अवैध शराब मामले में डीआइजी ने चांडिल थाना प्रभारी को किया निलंबित
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कोल्हान डीआइजी अजय लिंडा ने सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल थाना प्रभारी शंभू शरण दास को सोमवार को निलंबित कर दिया। प्रभारी पर चांडिल थाना क्षेत्र में अवैध रूप से शराब भंडारण होने, शराब के विरुद्ध छापेमारी को लेकर बिहार पुलिस की टीम के साथ दुर्व्यवहार किए जाने, शराब खपाने वाले सरगना के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज किए जाने में आनाकानी करने, अभियुक्त को लाभ पहुंचाने, प्राथमिकी में आरोपित पर उचित धारा के तहत कार्रवाई नहीं करने, शराब लदी ट्रक को जब्त नहीं किए जाने समेत कर्तव्य में लापरवाही बरतने का आरोप था।
डीआइजी ने प्रभारी पर लगे आरोप की जांच करने का आदेश चांडिल एसडीपीओ संजय कुमार सिंह को दिया था। एसडीपीओ ने जांच रिपोर्ट में प्रभारी पर लगे आरोप को सही पाते हुए डीआइजी को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। चांडिल थाना प्रभारी पर कार्रवाई करते हुए डीआइजी ने स्पष्ट कर दिया, जहां कार्य में लापरवाही बरती जाएगी। अवैध धंधे होंगे। वहां के थाना प्रभारी पर कार्रवाई होगी। इससे पहले डीआइजी ने आमदा ओपी प्रभारी को निलंबित कर दिया था।
14 मई को बिहार पुलिस की टीम ने चांडिल थाना क्षेत्र आसनबनी में विक्रम सिंह की गोदाम में छापेमारी कर 320 पेटी अंग्रेज शराब जब्त किया था जब चांडिल थाना में शिकायत दर्ज कराने बिहार पुलिस की टीम के अधिकारी गए तो वहां थाना प्रभारी ने पुलिस टीम के अधिकारियों से छापेमारी को लेकर विवाद किया था। इसके बाद बिहार पुलिस की टीम ने झारखंड के आइजी पंकज कंबोज और कोल्हान डीआइजी अजय लिंडा को पूरे मामले से अवगत कराया था। सूचना उपलब्ध कराई थी कि इलाके में और भी शराब गोदाम है। इसके बाद डीआइजी की गठित टीम ने छापेमारी की। दो कंटेनर और ट्रक पर लदी अवैध अंग्रेजी शराब जब्त किया था।
चांडिल, ईचागढ़ और चौका क्षेत्र में सीतारामडेरा निवासी नीरज कुमार के कई गोदाम है जहां से शराब का अवैध भंडारण होता था। गोदाम से शराब की बड़ी-बड़ी खेप बिहार भेजी जाती थी। बिहार पुलिस टीम ने नीरज कुमार की घर पर 14 मई को छापेमारी की थी। घर से रजिस्टर और मोबाइल जब्त किए गए थे। रजिस्टर में चांडिल थाना प्रभारी, थाना के पुलिसकर्मी और उत्पाद विभाग के अधिकारी को प्रतिमाह रुपये भुगतान किए जाने का ब्यौरा था। रजिस्टर को बिहार पुलिस की टीम के पास है। छापेमारी में नीरज कुमार घर से भागने में सफल रहा था। उसके विरुद्ध सीतारामडेरा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। वह फरार है। बिहार में शराबबंदी के बावजूद बड़ी-बड़ी शराब खेप नीरज कुमार अपने सिंडिकेट के माध्यम से भेज रहा था।