CKP Rail Division Accident News : दुर्घटनाओं ने फीकी कर दी उपलब्धियों की चमक, चक्रधरपुर रेल मंडल में एक सप्ताह में चार हादसे
Chakradharpur railway division accident News. चक्रधरपुर रेल मंडल ने कोरोना काल में माल ढुलाई से लेकर सबसे ज्यादा राजस्व के मामले में देश भर में रिकार्ड बनाया। लेकिन दिसंबर माह का अंत खराब बीता। दुर्घटनाओं का दर्द साल रहा है।
जमशेदपुर, जासं। Indian Railway चक्रधरपुर मंडल ने लॉकडाउन में शानदार प्रदर्शन किया। माल ढुलाई से लेकर सबसे ज्यादा राजस्व के मामले में देश भर में रिकार्ड बनाया। लेकिन दिसंबर माह का अंत चक्रधरपुर मंडल के लिए खराब बीता।
बीते सप्ताह एक के एक दुर्घटना ने इस मंडल के लिए मानो काला सप्ताह बन गया। इन दुर्घटनाओं से अधिकारी भी सकते में हैं और चाहते हैं कि फिर चक्रधरपुर मंडल या किसी भी जोन में ऐसा सप्ताह कभी न आए। रेलवे के अधिकारी भी ऐसी घटनाओं की पुनावृत्ति न हो इसके लिए जांच कर रहे हैं।
ये हुईं दुर्घटनाएं
22 दिसंबर : चक्रधरपुर मंडल के बिमलगढ़ में बडी दुर्घटना हुई। यहां पूरी की पूरी मालगाड़ी रोल डाउन हो गई। इसके कारण मालगाड़ी को ब्रेक लगाया गया लेकिन वो 22 किलोमीटर तक लुढ़क कर डेड एंड में जाकर टकराई। इसके कारण 60 डिब्बे बेपटरी हो गए। इसके कारण ओएचइ लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। इस घटना के कारण बरसुवां बिमलगढ़ सेक्शन में लोडिंग प्रभावित हुई।
23 दिसंबर : आदित्यपुर यार्ड पुराना केबिन के पास मालगाड़ी शंटिंग के दौरान एक बोगी बेपटरी हो गई। खाली बोगी के पलटने से छह ओएचएस खंभे पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। इस घटना से हावड़ा-मुंबई के अप व डाउन लाइन लगभग छह घंटे तक प्रभावित रहा।
26 दिसंबर : टाटानगर ओल्ड शेड में क्रेन की सीलिंग बेल्ट टूटने से 54 वर्षीय विनोद महतो की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। विनोद तृतीय ग्रेड के कर्मचारी थे। ट्रेन के चक्के को क्रेन की मदद से दूसरे स्थान पर ले जाया जा रहा था। इसी दौरान क्रेन की नाइलन बेल्ट टूट गई और चक्के सीधे विनोद के ऊपर गिरे। इसके कारण विनोद गंभीर रूप से जख्मी हुए। उन्हें तत्काल रेलवे अस्पताल ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
27 दिसंबर : टाटानगर स्टेशन के 11 नंबर लाइन से नीमपुरा जा रही मालगाड़ी के तीन डिब्बे लोको फाटक के सामने ही बेपटरी हो गई। प्रारंभिक जांच में पता चला कि मालगाड़ी की चक्के लाइन बदलते समय प्वाइंट के साथ निगोसिएट नहीं कर पाए और तीन डिब्बे बेपटरी हो गए। इस घटना से एहतियात के तौर पर हावडा-मुंबई मार्ग के डाउन लाइन को कुछ देर के लिए रोक दिया गया।