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Chaiti Chhath 2021: खरना आज, अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य कल

Chaiti Chhath 2021 चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से छठ व्रत का शुभारंभ हो गया है। नहाय-खाय के साथ शुक्रवार को सूर्योपासना का यह महापर्व शुरू हो गया है। आज यानी शनिवार को खरना है। हालांकि चैती छठ करने वालों की संख्या कम होती है

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sat, 17 Apr 2021 05:39 PM (IST)Updated: Sat, 17 Apr 2021 05:39 PM (IST)
कोरोना की वजह से अधिकांश श्रद्धालु घर पर ही सूर्य देव को अर्घ्य देने की तैयारी कर रहे हैं।

जमशेदपुर, जासं। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से छठ व्रत का शुभारंभ हो गया है। नहाय-खाय के साथ शुक्रवार को सूर्योपासना का यह महापर्व शुरू हो गया है। आज यानी शनिवार को खरना है। हालांकि, चैती छठ करने वालों की संख्या कम होती है, इसलिए प्रशासन या सामाजिक संस्थाओं की ओर से नदी घाट पर विशेष तैयारी नहीं की गई है।

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कुछ संस्थाओं द्वारा सरोवर-तालाब के छठ घाट पर सेवा शिविर लगाने की तैयारी की गई है। हालांकि, कोरोना की वजह से अधिकांश श्रद्धालु घर पर ही सूर्य देव को अर्घ्य देने की तैयारी कर रहे हैं। यहां प्रस्तुत है अलग-अलग क्षेत्र के छठ व्रतियों-श्रद्धालुओं से बातचीत के अंश...

गत वर्ष से ही छत पर दे रहे अर्घ्य

बागुनहातू निवासी मनोज सिंह की पत्नी रीना सिंह करीब पांच वर्ष से चैती छठ कर रही हैं। मनोज सिंह बताते हैं कि पहले हम स्वर्णरेखा नदी घाट पर अर्घ्य देने जाते थे, लेकिन पिछले वर्ष ही कोरोना का प्रकोप आ गया था, जिससे छत पर ही कृत्रिम घाट बनाकर अर्घ्य दे रहे हैं। शुक्रवार को नहाय-खाय का व्रत हुआ, जिसमें सभी लोगों ने कद्दू, चने की दल और अरवा चावल से बना प्रसाद ग्रहण किया। शनिवार को खरना होगा। उनकी पत्नी कार्तिक मास का छठ भी करती हैं। मकदमपुर में मंदिर के कुआं में अर्पित करेंगे अर्घ्य

परसुडीह स्थित मकदमपुर के मुंशी मोहल्ला निवासी धनेश सिंह उर्फ गुड्डू सिंह की पत्नी मोनी सिंह पांच वर्ष से चैती छठ कर रही हैं। गुड्डू सिंह बताते हैं कि कोरोना की वजह से हम लोग नदी या तालाब के घाट पर नहीं जा रहे हैं। मोहल्ले में ही शिव मंदिर परिसर में एक कुआं है, वहीं सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित किया जाएगा। शुक्रवार को कद्दू-भात के साथ नहाय-खाय मनाया गया, जबकि शनिवार को गुड़ की खीर व रोटी का प्रसाद बनेगा। उनकी पत्नी कार्तिक छठ भी करती हैं।

बारीडीह की लवली राय आठ साल से करती है चैती छठ

बारीडीह केटू फ्लैट निवासी लवली राय पिछले आठ साल से चैती छठ पर्व करती है। इस कोरोना काल के बीच पूरे रीति-रिवाज के साथ नहाय-खाय के साथ छठ पर्व कर रही है। शुक्रवार को लउकी भात खाकर छठी मईया का पर्व होगा। शनिवार से निर्जला व्रत शुरू होगा। लवली राय पहले नदी-तालाब में जाकर छठ पर्व करती थी लेकिन इस बार कोरोना को देखते हुए घर पर ही कृत्रिम घाट पर छठ पर्व करेगी। कोरोना को लेकर सरकार का दिशा-निर्देश का पालन करते हुए लवली राय छठ व्रत कर रही है। वह छठी मईया से पूरे विश्व को कोरोना से निजात दिलाने की कामना करेगी।

11 वर्ष से चैती छठ कर रहीं प्रसन्नता देवी

गोलमुरी निवासी प्रसन्नता देवी पिछले ग्यारह साल से चैती छठ व्रत करती है। वह अपने पति की मनौती को लेकर यह पर्व करती है। पूरे परिवार की सलामती व खुशहाली की कामना के साथ यह पर्व करती है। कोरोना को बढ़ते संक्रमण के बीच वह घर पर ही कृत्रिम घाट बनवाकर छठ व्रत करती है। कोरोना को लेकर सरकार का दिशा-निर्देश का पालन करते हुए प्रसन्नता देवी छठ व्रत कर रही है। वह छठी मईया से पूरे विश्व को कोरोना से निजात दिलाने की कामना करेगी। दो गज दूरी मॉस्क है जरूरी दिशा-निर्देश का पालन करते हुए वह छठ पर्व करेगी।

सूर्य मंदिर में सेवा शिविर लगाएगी सरयू समर्थक कमेटी

चैती छठ पर सिदगोड़ा स्थित सूर्य मंदिर परिसर में विधायक सरयू राय के समर्थकों की सूर्य मंदिर कमेटी सेवा शिविर लगाएगी। इस संबंध में कमेटी के संरक्षक सह संस्थापक अध्यक्ष चंद्रगुप्त सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें कोरोना के मद्देनजर शारीरिक दूरी का पालन करते हुए व्रतियों से मंदिर परिसर स्थित छठ घाट पर आने का आग्रह किया गया। इस बैठक में कमेटी के वरीय उपाध्यक्ष संजीव आचार्य व महासचिव संतोष यादव के अलावा भारतीय जनतंत्र मोर्चा के पूर्वी विधानसभा संयोजक अजय सिन्हा, महिला नेत्री बंदना नामता, कोषाध्यक्ष सरयू गोसाई, पुतुल सिंह, विजय नारायण सिंह सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।

बारीडीह भोजपुर छठ घाट की हुई सफाई

चैती छठ को लेकर बारीडीह स्थित भोजपुर घाट की सफाई की गई। नदी का प्रवाह बाधित होने से जलकुंभी की सफाई करनी पड़ी। नाव की मदद से श्रद्धालुअों ने नदी में काफी दूर तक सफाई की। किनारे बने छठ घाट की सफाई भी की गई, जिससे छठ व्रतियों को अर्घ्य देने में कठिनाई नहीं हो।


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