Ratan Tata: टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा हैं फेक न्यूज से परेशान, यूं बयां किया अपना दर्द
Ratan Tata. टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा इन दिनों फेक न्यूज से इस कदर परेशान हैं कि उन्हें बार-बार अपनी सफाई देनी पड़ रही है।
जमशेदपुर, जेएनएन। Ratan Tata टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा इन दिनों फेक न्यूज से इस कदर परेशान हैं कि उन्हें बार-बार अपनी सफाई देनी पड़ रही है। ताजा मामला एक अखबार में छपी खबर का है जो रतन टाटा को न केवल आहत कर गया बल्कि उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आकर सफाई देनी पड़ी। रतन टाटा को यह बताना पड़ा कि जो भी बात अखबार में छपी है वह न तो उन्होंने कही है और न ही उससे इत्तफाक रखते हैं। यह हाल के दिनों में दूसरा मौका है जब अपने बारे में प्रचारित-प्रसारित खबर से रतन टाटा आहत होकर अपनी सफाई के साथ लोगों से रूबरू हुए हैं।
रविवार को एक अखबार में खबर साया हुई कि रतन टाटा ने सोशल मीडिया पर टिप्पणी की है कि 2020 बस जीवित रहने के लिए है। ऐसे में इस साल लाभ और नुकसान के बारे में नहीं सोचें। सपने में भी किसी योजना के बारे में बात नहीं करें। इस साल खुद को जीवित रखना ही एक बहुत बड़ा लाभ है। यह रतन टाटा को आहत कर गया। उन्होंने ट्वीट कर इसे न केवल गलत बताया बल्कि खुद के हवाले से साझा की गई खबरों को पूरी तरह गलत बताते हुए लोगों से इसपर विश्वास नहीं करने की अपील भी की। बकौल टाटा- यह पूरी तरह गलत है। मैंने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है। मेरी तस्वीर के साथ कुछ भी लिख देना इस बात की गारंटी नहीं कि यह मैं कह रहा हूं। यह वाकई डरानेवाला है।
यह मेरा फर्ज है कि ...
ऐसे में मेरा फर्ज है कि मैं सही-गलत से लोगों को अवगत करा दूं। यह मेरी जिम्मेदारी भी बनती है। इससे आप इस बात के लिए प्रेरित होंगे कि सही-गलत की पुष्टि के बाद ही अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचे। रतन टाटा ने अखबार की कटिंग के साथ पोस्ट किया- यह पोस्ट मेरे द्वारा नहीं लिखा गया है। मैं आपसे व्हाट्सएप और सोशल प्लेटफॉर्म पर प्रसारित संवाद को सत्यापित करने का आग्रह करता हूं। अगर मुझे कुछ कहना है, तो मैं इसे अपने आधिकारिक चैनलों पर कहूंगा। आशा है कि आप सुरक्षित हैं और ध्यान रखेंगे।