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घाटशिला और दलमा पहाड़ इलाके में सक्रिय नक्सलियों की होगी घेराबंदी, बनी ये रणनीति Jamshedpur News

घाटशिला और दलमा पहाड़ इलाके में सक्रिय नक्‍सली दस्‍तों की पुलिस घेराबंदी करेगी। इसके लिए खास रणनीति बनाई है। इनके सफेदपोशों से संबंध पर भी पुलिस निगाह रखेगी।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sun, 31 May 2020 07:55 AM (IST)Updated: Sun, 31 May 2020 07:55 AM (IST)
घाटशिला और दलमा पहाड़ इलाके में सक्रिय नक्सलियों की होगी घेराबंदी, बनी ये रणनीति Jamshedpur News
घाटशिला और दलमा पहाड़ इलाके में सक्रिय नक्सलियों की होगी घेराबंदी, बनी ये रणनीति Jamshedpur News

जमशेदपुर, जासं। पूर्वी सिंहभूम जिले से सटे सरायकेला-खरसावां और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती नक्सल प्रभावित इलाके में नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई होगी। सीमा क्षेत्र में नक्सिलयों की घेराबंदी के लिए हर संभव उपाय किए जाने की रणनीति तैयार की गई है। इसको लेकर कोल्हान डीआइजी राजीव रंजन सिंंह के नेतृत्व में झारखंड, पश्चिम बंगाल और सीआपीएफ अधिकारियों की बैठक पिछले दिनों जमशेदपुर के पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर में हो चुकी है। इसमें सीमावर्ती इलाके में नक्सली गतिविधियों को लेकर सूचनाएं सांझा की गई थी।

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अंतराज्यीय अपराधियों की सूची का आदान-प्रदान किया गया था। नक्सलियों के खिलाफ अभियान को लेकर आपसी समन्वय बनाए रखने पर विचार-विमर्श किया गया था। समय-समय पर नक्सलियों के खिलाफ किस तरह से अभियान चलाया जाए इसकी रूपरेखा बनाई गई। सरकार की सरेंडर पॉलिसी के संबंध में नक्सली इलाकों में प्रचार-प्रसार किए जाने पर जोर दिया गया। नक्सलियों के शहरी कनेक्शन का पता लगाए जाएं। संगठन को फंडिग देने वालों को चिह्रिनत किया जाए। जिले के वैसे चिह्रिनत नक्सली जिन पर इनाम घोषित है उनकी गतिविधियों की जानकारी रखी जाय। सूचना तंत्र को और अधिक सशर्त  किया जाए। अंतरराज्यीय आपराधिक गिरोह, मादक द्रव्य तस्कर और अपराधियों पर भी निगाह रखी जाए। वहीं डीआइजी ने कहा कि ऐसी बैठक हर तीन माह में होती है। 

असीम मंडल है एक करोड का इनामी
पूर्व सिंहभूम जिले के घाटशिला और दलमा पहाड़ इलाके क्षेत्र में सक्रिय नक्सली असीम मंडल, रामदास मार्डी उर्फ सचिन समेत अन्य को घेरने के उपाय हो। इस पर सहमति बनी। गौरतलब हैं कि कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिले सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिले की भौगोलिक संरचना ऐसी है कि पुलिस नक्सलियों को जब घेरने के लिए अभियान चलाती हैं तो नक्सली दूसरे के सीमा क्षेत्र में प्रवेश कर जाते है। सिंंहभूम का क्षेत्र ओडिशा से, सरायकेला का खूंटी इलाके से और पूर्वी सिंहभूम का क्षेत्र बंगाल और ओडिशा से जुड़ता है जिससे पुलिस को सुदूर ग्रामीण इलाके और पहाड़ी क्षेत्र में अभियान चलाने में परेशानी होती है। असीम मंडल पर एक करोड का इनाम है।
सरायकेला में प्रमाणिक दस्‍ता सक्रिय
इसी तरह सरायकेला खरसावां जिले में महराजा प्रमाणिक का दस्ता सक्रिय है। प्रमाणिक दस्ता ने तिरुलडीह समेत कई इलाके में नक्सली हिंसा को अंजाम दिया है। पुलिस को नुकसान पहुंचाया है। पुलिस के पास ऐसी सूचना हैं कि सीमावर्ती इलाके में नक्सली सुदूर इलाके में सक्रिय है। घटना को अंजाम दे सकते है। इसको लेकर पुलिस की पूरी तैयारी है। बैठक में जमशेदपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक एम तमिल वनान, सरायकेला और पश्चिम बंगाल के पुरूलिया, मिदनापुर, बलरामपुर के पुलिस अधिकारी, सीआरपीएफ के डीआइजी, पश्चिम बंगाल मिदनापुर के सीआरपीएफ डीआइजी, कोबरा और सीआरपीएफ के कमांडेंट शामिल हुए थे।

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