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बुद्धेश्वर हत्याकांड : मुख्‍य आरोपी अनवर का ससुर गिरफ्तार, की थी रेकी Saraikela News

बुद्धेश्‍वर हत्‍याकांड में गिरफ्तार शख्‍स मोहम्‍मद सुल्‍तान बालीगुमा का रहने वाला है और हत्‍याकांड के मुख्‍य आरोपी शेख अनवर का ससुर है। हत्‍या के दौरान सुल्‍तान ने ही रेकी की थी।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Tue, 03 Mar 2020 12:25 PM (IST)Updated: Tue, 03 Mar 2020 12:25 PM (IST)
बुद्धेश्वर हत्याकांड : मुख्‍य आरोपी अनवर का ससुर गिरफ्तार, की थी रेकी Saraikela News

सरायकेला, जासं। बुद्धेश्‍वर कुंभकार हत्‍याकांड में पुलिस ने एक और गिरफ्तारी की है। गिरफ्तार शख्‍स मोहम्‍मद सुल्‍तान बालीगुमा का रहने वाला है और हत्‍याकांड के मुख्‍य आरोपी शेख अनवर का ससुर है। हत्‍या के दौरान सुल्‍तान ने ही रेकी की थी।

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वह बुद्धेश्‍वर की हर पल की गतिविधियों की जानकारी अनवर को मुहैया करा रहा था।  इसकी सटीक सूचना की वजह से ही अनवर बुद्धेश्‍वर हत्‍याकांड को अंजाम दे पाया। मोहम्‍मद सुल्‍तान ने पुलिस को पूछताछ में हत्‍याकांड से जुड़ी पूरी कहानी बयां की है। उसका एक खास खुलासा अहम है कि धर्म  परिवर्तन कर सुस्‍ती कुंभकार से मोहम्‍मद सुल्‍तान बन गया। कोई 34 वर्ष पहले उसने और उसकी पत्‍नी हंमंती ने धर्म परिवर्तन कर लिया था। धर्म परिवर्तन के बाद उसने अपनी पुत्री का विवाह शेख अनवर से क‍िया। धर्म परिवर्तन की वजह वह सामाजिक प्रताड़ना बताता है। 

23 फरवरी को हुई थी हत्‍या

सरायकेला थानांतर्गत बीरबांस गांव में 23 फरवरी रविवार की देर रात कर दी गई थी।  जाहेरथान की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने का विरोध करने पर बुद्धेश्वर कुंभकार की तब हत्‍या की गई जब वह  शिवरात्रि मेला देख कर घर लौट रहा था।  बुद्धेश्वर पर पहले अंधाधुंध गोलियां चलाईं गई और  इसके बाद खेत में ले जाकर धारदार हथियार से गला रेत दिया गया था। 

बालीगुमा के दो अपराधियों ने दिया था घटना को अंजाम

 बुद्धेश्वर हत्याकांड मामले में दो नामजद किए गए। अख्तर हुसैन और शेख अनवर। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था। शेख अनवर के ससुर मोहम्‍मद सुल्‍तान के रूप में तीसरी गिरफ्तारी है।

प्रत्यक्षदर्शी ने बताई थी पूरी कहानी

प्रत्यक्षदर्शी मनोरथ कुम्भकार ने बताया था  कि बुद्धेश्वर के साथ एक ही बाइक पर शिवरात्रि मेले में आयोजित बुगी-बुगी डांस देखने गए थे। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद दोनों करीब रात साढ़े नौ बजे के बीरबांस स्थित घर लौट रहे थे। बुद्धेश्वर बाइक में पीछे बैठे थे। इसी दौरान गांव के निकट फुटबॉल मैदान के पास सुनसान जगह पर बालीगुमा के शेख अनवर एवं अख्तर हुसैन बाइक से पहुंचे। बुद्धेश्वर को रोककर पहले दोनों अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। गोलियां लगने के बाद भी बुद्धेश्वर खुद को बचाने के लिए भागा लेकिन अनवर ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। इसके बाद एक खेत में ले जाकर जाकर पटक दिया। इसके बाद उसके सीने पर चढ़कर धारदार हथियार से उसका गला रेत दिया। 


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