Bonus : बच्चों की पढ़ाई और भविष्य में निवेश होगा बोनस का पैसा Jamshedpur News
बोनस का जो पैसा मिला है उसमें तीन बेटा-बहू और नाती-पोते के लिए कपड़े खरीदने का विचार कर रहे हैं। जो पैसा बचेगा उसे भविष्य के लिए बैंक में फिक्स डिपॉजिट करने की हम प्लानिंग कर रहे हैं ताकि वह हमारे भविष्य में काम आए।
जमशेदपुर, जासं। लौहनगरी में अधिकतर कंपनियों के कर्मचारियों को बोनस का पैसा मिल गया है। हर घर में पत्नी ही गृह मंत्री होती है जो भविष्य की प्लानिंग करती हैं कि बोनस का पैसा कहां और कैसे खर्च करना है। घर का कौन सा सामान खराब हो रहा है या घर में कौन सा सामान नया लेने से काम आराम से होंगे। इसी को ध्यान में रखते हुए दैनिक जागरण ने कुछ कंपनियों के कर्मचारियों व यूनियन के पदाधिकारियों की पत्नियों से बात की है कि वे क्या सोचती हैं और बोनस का पैसा कहां खर्च करना चाहते हैं। पेश है एक रिपोर्ट-
बोनस का जो पैसा मिला है उसमें तीन बेटा-बहू और नाती-पोते के लिए कपड़े खरीदने का विचार कर रहे हैं। जो पैसा बचेगा उसे भविष्य के लिए बैंक में फिक्स डिपॉजिट करने की हम प्लानिंग कर रहे हैं ताकि वह हमारे भविष्य में काम आए।
-रमावती देवी, टाटा पिगमेंट कर्मचारी दिनेश तिवारी की पत्नी
मेरी बेटी एनआइटी जमशेदपुर में दूसरे वर्ष की छात्रा है। बोनस का अधिकतर पैसा उसकी फीस पर खर्च होगा। साथ ही उसकी पढ़ाई के लिए एक लैपटॉप खरीदने पर भी विचार कर रहे हैं। कुछ पेसा बचा तो उससे त्योहार के लिए कपड़े खरीदेंगे।
-कांति देवी, इंडियन स्टील एंड वायर प्रोडक्ट कर्मचारी अखिलेश कुमार की पत्नी
कोरोना वायरस के कारण घर का बजट थोड़ा गडबड़ा गया है इसलिए बोनस के पैसे को भविष्य के लिए सेविंग करेंगे। साथ ही परिवार में कुछ शादियां हैं। वहां गिफ्ट देने के लिए कुछ जरूरी सामान व बच्चों के लिए कपड़े खरीदेंगे।
-निंदर कौर, टिनप्लेट यूनियन उपाध्यक्ष परविंदर सिंह की पत्नी
आठ माह में कोरोना ने काफी कुछ सीखा दिया है इसलिए इस वर्ष बोनस के पैसों को अधिकतर बचत करने पर विचार कर रही है। इसके अलावे मेरे तीन बच्चे हैं बाकी पैसों से उनके लिए कपड़े खरीदने की योजना है।
-ललिता देवी, टिनप्लेट वर्कर्स यूनियन महामंत्री मनोज सिंह की पत्नी
मेरे पति धनतेरस में एक नई गाड़ी खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं। इसके अलावे बोनस के पैसे से बच्चों के लिए कपड़े खरीदेंगे।
-सविता सिंह, टाटा मोटर्स कर्मचारी अजय सिंह की पत्नी
प्रधानमंत्री ने वोकल टू लोकल का जो संदेश दिया है उसके तहत हमने भी तय किया है कि इस बार जो भी खरीदारी करेंगे वह भारतीय कंपनियों वाले उत्पाद ही खरीदेंगे। साथ ही बच्चों की पढ़ाई व भविष्य के लिए कुछ पैसे निवेश करने की प्लानिंग है।
-पपिंदर कौर, जेम्को कर्मचारी रवींद्र सिंह की पत्नी
मेरा बेटा एनआइटी इंजीनियरिंग में दाखिला लेने वाला है। बोनस का अधिकतर पैसा उसके दाखिले में खर्च करेंगे। जो पैसा बचेगा उससे बच्चों के कपड़े और धनतेरस में कुछ सामान खरीदने की योजना है।
-शोभा देवी, टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन महामंत्री आरके सिंह की पत्नी
बोनस के पैसे का तो मैंने सोने या चांदी के सिक्के खरीदने की योजना है। इसके अलावे मेरा बेटे का वेल्लूर के बीआइटी में कम्प्यूटर साइंस में दाखिला कराना है तो अधिकतर खर्च उसकी पढ़ाई में ही खर्च करेंगे ताकि हमें एजुकेशन लोन कम लेना पड़े।
-रूबी कुमारी, टाटा स्टील सीआरएम कर्मचारी गुलाब चंद यादव की पत्नी