ये हैं सपनों के सौदागर : 12 हजार लाकर दो, हम तुम्हें भारत का सबसे अमीर बना देंगे
टाटा समूह की कंपनियों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोगों को फांस बंधक बनाने का सिलसिला अब भी जारी है। एक कंपनी के लोगों के कब्जे में हजारों लोग बंधक हैं।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। टाटा समूह की कंपनियों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोगों को फांस बंधक बनाने का सिलसिला अब भी जारी है। पुलिसिया कार्रवाई के बावजूद जमशेदपुर में ग्लेज इंडिया कंपनी के लोगों के कब्जे में हजारों लोग बंधक हैं। इन्हें न तो बाहर निकलने दिया जा रहा है और न ही अपने घरवालों से बात करने दिया जा रहा है।
पिछले दिनों कंपनी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करने के आरोप में दो लोगों को पुलिस द्वारा जेल भेजने के बाद मामला थोड़ा शांत हुआ था। मुक्त होने के बाद हजारों की संख्या में लोग अपने-अपने घर के लिए रवाना हो गए थे। पुलिस प्रशासन यह मानने लगा था कि कंपनी अब बंद हो गयी है। लेकिन पुलिस के खौफ को धता बताते हुए ग्लेज इंडिया कंपनी का अवैध कारोबार बदस्तूर जारी है।
इस बात का खुलासा सोमवार को सुबह उस समय हुआ जब उनके बंधन से निकलकर एक व्यक्ति बदहवास हालत में चिल्लाते हुए तेजी से भाग रहा था और लोगों ने उसे रोककर पूछताछ की। उसके पीछे-पीछे तीन लोग दौड़ रहे थे। स्थानीय निवासी चंदन पांडेय, सन्नी सिंह, अश्वनी, सतीश यादव, प्रकाश दुबे आदि ने पूछताछ की तो भागनेवाले ने अपना नाम छोटू मुर्मू पिता का नाम कटिया मुर्मू डुमरी गिरीडीह निवासी बताया।
पांच हजार लेकर बंधक बनाया, फिर मांगे 12 हजार
छोटू मुर्मू ने लोगों को आपबीती सुनाते हुए कहा कि उसके फूफा के लड़के नेे तीन दिन पहले बुलाया और कहा कि टाटा में नौकरी करनी है तो जमशेदपुर आ जाओ। इसके लिए 5 हजार रुपये देने होंगे। नौकरी के लालच में किसी तरह पांच हजार रुपये का जुगाड़ कर जमशेदपुर आ गया। यहां आने के बाद उसे एक कमरे में बंधक बना दिया गया और कहा गया कि तुम्हारे जितने भी रिश्तेदार हैं सभी का नाम पता दो। यही नहीं, नौकरी के नाम पर 12 हजार रुपये यह कहते हुए मांगे गए कि रुपये लाकर दोगे तो तुम भारत के सबसे अमीर आदमी बन जाओगे। छोटू ने कहा कि वह समझ गया कि ठगी का शिकार हो चुका है।
परेशान होकर आत्महत्या का आया ख्याल
तीन दिन उसे कहीं भी नहीं निकलने दिया गया। इतना परेशान हो गया कि आत्महत्या की बात सोचने लगा। रविवार को दाढ़ी बनवाने के बहाने वहां से निकल गया। पीछे-पीछे तीन आदमी आए और पकड़कर दोबारा कंपनी के अंदर ले गए। जब उसने कहा कि काम नहीं करना है और न पढऩा है। उनलोगों ने कहा कि उसे कहीं नहीं जाने दिया जाएगा। इसके बाद सोमवार को बाथरूम जाने पर भाग निकलने का प्लान बनाया। बाथरूम से निकलने के बाद पूरी ताकत लगाकर भागने लगा। पकडऩे के लिए कई लोग दौड़े, लेकिन तब तक बस्ती के लोग आ गए। बस्ती के लोगों ने सख्ती दिखाई और एसपी से शिकायत करने की बात कही तब ग्लेज इंडिया के कर्मचारी ने छोटू से वसूले गए पांच हजार रुपये लौटा दिए।
नौकरी छलावा, नेटवर्क मार्केटिंग के लिए फंसाए जा रहे युवा
दरअसल ग्लेज इंडिया वाले टाटा कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं को झांसे में ले रहे हैं। टाटा के नाम पर आसानी से उनके पास शिकार पहुंच जा रहा है। उनसे ही पैसे लेकर नेटवर्क मार्केटिंग का काम कराया जा रहा है। उनसे अपने परिचितों के नाम पूछे जाते हैं। उन्हें फोन करा बुलाने को कहा जाता है। एक से दो, दो से चार मेंबर बनवाए जाते हैं। इसके लिए बाकायदा कक्षाओं का संचालन किया जाता है। इन कक्षाओं में उनके दिमाग में यह बात भरी जाती है कि किस तरह लोगों को मेंबर बनाना है और ऐसा करने के बाद वे किस तरह अमीर बन जाएंगे।
एक जगह पुलिस ने बंद कराया तो दूसरी जगह शुरू की गईं कक्षाएं
ग्लेज इंडिया के लोग अब पुलिस प्रशासन को चुनौती पेश कर रहे हैं। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गोविंदपुर के भोला बागान में संचालित कक्षा को बंद करा दिया। ग्लेज इंडिया के लोगों ने जगह बदलकर विवेकनगर, महतोडीह आदि जगहों पर क्लास लगानी शुरू कर दी हैं।
ये कहते आरक्षी अधीक्षक
ग्लेज इंडिया कंपनी के लोगों द्वारा भोलेभाले लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का मामला आया था। जिसमें दो लोगों को जेल भी भेजा गया। उसका एक कमरे को सील भी कर दिया गया था। यदि दोबारा ठगी का काम शुरू कर दिया है तो पुलिस इसे चुनौती के रूप में स्वीकार कर रही है। ऐसे लोगों पर पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी।
- प्रभात कुमार, सिटी एसपी, जमशेदपुर