Ratan Tata Birthday: रतन टाटा का आज है जन्मदिन, उनकी चार बातें जिन्हें आत्मसात करने की है जरूरत
Ratan Tata Birthday. रतन टाटा ने हमेशा नई ऊर्जा और सकारात्मकता के साथ निरंतर आगे बढ़ते रहने की ही सलाह दी है। वर्ष 2021 में हम जल्द ही प्रवेश करने वाले हैं। ऐसे में हमें उनके द्वारा पूर्व में कहीं चार बातों को आत्मसात करने की जरूरत है।
जमशेदपुर, जासं। टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा का 28 दिसंबर को 83वां जन्मदिन है और विभिन्न कंपनियों में रतन टाटा को प्यार करने वाले उनका जन्मदिन मना रहे हैं। जमीन से जुड़े रहने वाले इस शख्स ने हमेशा अपनी बातों से युवाओं को प्रेरित किया। उनका मार्गदर्शन किया और हमेशा नई ऊर्जा और सकारात्मकता के साथ निरंतर आगे बढ़ते रहने की ही सलाह दी है। वर्ष 2021 में हम जल्द ही प्रवेश करने वाले हैं। ऐसे में हमें उनके द्वारा पूर्व में कहीं चार बातों को आत्मसात करने की जरूरत है।
ये है रतन टाटा की कहीं चार बातें
सकारात्मक सोच
पूरे मानव जाति के लिए वर्ष 2020 अभूतपूर्व साल रहा। यह पूरे मानव जाति के लिए परीक्षा के समान थी। लेकिन मुझे विश्वास था कि हम इससे भी निकलने का रास्ता निकाल लेंगे। इसलिए जीवन में हर कठिन चुनौतियों के समय भी सकारात्म सोच रखनी चाहिए और निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए।
कोविड के प्रति सुरक्षा जरूरी
मनुष्य का जीवन एक री-साइकिलिंग चक्र में बीतता है। फिर चाहे व्यवसाय हो, स्वास्थ्य हो या फिर किसी तरह की महामारी हो। यह हमारे जीवन चक्र पर तेजी से प्रभाव डालते हैं। जैसे-जैसे हम इन चक्र में घिरते जाते हैं। मनुष्य अपनी रचनात्मकता और चपलता के माध्यम से इस चक्र से उठने और समस्याओं से निपटने की क्षमता खुद में विकसित कर लेता है। कुछ दशक पहले एचआइवी पूरी मानव जाति के लिए जब अभिशाप साबित होता दिख रहा था। उस दौर में हमने शोध पर निवेश किए और अपनी बौद्धिक क्षमता के बल पर वायरस से जीतने में सफल हुए। मुझे उम्मीद है कि कोविड 19 का भी टीका जल्द ही बेहतर इलाज के रूप में हमारे सामने आएगा ताकि महामारी की तीव्रता को कम किया जा सके। हमें बस इतना करना है कि जब तक कोविड 19 का वैक्सीन नहीं आ जाता है हमें मास्क पहनकर और हाथों को नियमित रूप से धोते हुए घर पर ही रहना है। मुझे कुछ ऐसे परिवार के बारे में भी जानकारी मिली है जो पिछले आठ माह से घर से बाहर नहीं निकले हैं। इस वायरस ने हमें सिखाया है कि हम इससे जीत सकते हैं यदि कोविड 19 गाइडलाइन का पालन करें।
चुनौतियों को अवसर में बदलने की जरूरत
रतन टाटा का मानना है कि आर्थिक रूप से कोविड 19 के कारण सभी व्यवसाय को सामान्य होने में समय लगेगा। दुनिया भर के बड़े औद्योगिक घराने इस महमारी से लड़ने और इससे उत्पन्न कठिनाइयों का सामना करने के लिए रचनात्मक तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। विभिन्न देश अपने यहां खपत को बढ़ावा देने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। देश के बुनियादी ढ़ांचे को फिर से पटरी पर लाने के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा कर रहे हैं। साथ ही कोविड 19 के कारण जो उद्योग बंद हो गए हैं उन्हें फिर से पुर्नजीवित करने के उपाय खोजे जा रहे हैं। हमारी सरकार ने भी इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। मुझे यकीन है कि इस आर्थिक तूफान से निपटने के लिए यह कारगार साबित होगा। लेकिन इसके बावजूद हमें कोविड 19 से उत्पन्न समस्या के समाधान के लिए सामूहिक रूप से प्रयास करना चाहिए। चुनौतियों को नए अवसरों में बदलना चाहिए।
प्रवासी मजदूरों का कौशल विकास
रतन टाटा का मानना है कि कोविड 19 के दौर में प्रवासी मजदूरों को काफी परेशानी हुई। महामारी का उनके जीवन और आजीविका पर काफी नुकसान हुआ। उनके पास कोई विकल्प भी नहीं था कि किसी तरह पैदल अपने पैतृक स्थान तक पहुंच सके। इसलिए हमें जल्द ही पूरे देश में इनकी क्षमताओं को पहचानने और इन्हें कौशल विकास के माध्यम से इनके हुनर को संरक्षित करने की जरूरत है। इसके लिए यदि हम ऐसे परिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करते हैं जो उनके कौशल के आधार पर उनके समुदाय की रक्षा करते हुए उनका विकास कर सके तो यह हमारे राष्ट्र को समृद्ध बनाएगा। सरकार विभिन्न मंचों का निर्माण कर उनके कौशल विकास पर सहीं दिशा में निवेश कर बड़ा काम कर रही है। तकनीकि रूप से दक्ष्य मानव श्रम से न सिर्फ आर्थिक विकास की गति को बढ़ावा मिलेगा बल्कि समुदाय का भी विकास होगा। उनके जीवन और आजीविका में सुधार कर सकता है।