हर माह एक लाख रु. देते थे अफसर अंकल
बिरसानगर थाना क्षेत्र अंतर्गत वास्तु विहार के अंबिका ब्लॉक स्थित फ्लैट नंबर 63 में शनिवार को प्रीति दुबे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। प्रीति के बड़े बेटे प्रियांशु ने अपनी मां की मौत का कारण आर्थिक तंगी बताया है। प्रियांशु ने बताया कि कुछ महीने से मां पैसे को लेकर परेशान रहा करती थी जिस कारण उसेऔर छोटे भाई को अक्टूबर 2018 में स्कूल छोड़ना पड़ा था। पापा से अलग होने के बाद मां की जान-पहचान शहर के एक सरकारी अधिकारी से हो गई।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : बिरसानगर थाना क्षेत्र अंतर्गत वास्तु विहार के अंबिका ब्लॉक स्थित फ्लैट नंबर 63 में शनिवार को प्रीति दुबे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। प्रीति के बड़े बेटे प्रियांशु ने अपनी मां की मौत का कारण आर्थिक तंगी बताया है। प्रियांशु ने बताया कि कुछ महीने से मां पैसे को लेकर परेशान रहा करती थी, जिस कारण उसेऔर छोटे भाई को अक्टूबर 2018 में स्कूल छोड़ना पड़ा था। पापा से अलग होने के बाद मां की जान-पहचान शहर के एक सरकारी अधिकारी से हो गई। अफसर अंकल मां को हर महीने 50 हजार से एक लाख रुपये तक दिया करते थे। कुछ महीने पहले अंकल की शादी हो गई थी, जिसके बाद से उन्होंने पैसे देना बंद कर दिया था। आर्थिक तंगी के कारण मां तनाव में थी। प्रियांशु ने बताया कि पांच साल पहले मां पापा से अलग हो गई थी, क्योंकि पापा उनके साथ बहुत मारपीट करते थे। शहर में आने के बाद वह अंकल के साथ बहुत खुश थी।
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घटना के एक घंटे पूर्व भी की थी आत्महत्या की कोशिश
प्रियांशु ने बताया कि जब वह सुबह चार बजे उठा तो देखा कि मां फांसी लगा रही है। उसने मां को रोका और थोड़ी देर तक मां के साथ ही रहा। सुबह छह बजे वह अपने कमरे में चला गया। दो घंटे बाद छोटा भाई प्रज्ञान मां के कमरे में गया तो कमरा अंदर से बंद पाया। दरवाजे के नीचे से झांका तो देखा कि मां फंदे से लटक रही है।