भगवान बालाजी के कल्याणम में उमड़ा तेलुगु समाज
सिदगोड़ा स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर (बालाजी मंदिर) में 23वां ब्रह्माोत्सव में रविवार को मनाया गया।
जासं, जमशेदपुर : सिदगोड़ा स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर (बालाजी मंदिर) में 23वें ब्रह्माोत्सव में रविवार को भगवान बालाजी का कल्याणम (विवाह समारोह) श्रीदेवी-भूदेवी संग हुआ। इस दौरान आंध्रप्रदेश के सीमाहचलम से आये पंडितों ने मंत्रोच्चारण किया। भगवान का भव्य पुष्पाभिषेक किया गया। इस दौरान तेलुगु समाज के हजारों पुरुष व महिला सदस्य पूरे परिवार के साथ उपस्थित थे।
रविवार की सुबह धार्मिक अनुष्ठान की शुरुआत मंगल ध्वनि से हुई। इसमें आध्र प्रदेश से आये पाच कलाकारों ने नादेश्वरम (शहनाई) बाजाई। फिर सुप्रभात सेवा हुई। भगवान को जगाकर आरती की गई। फिर भोग अर्पित किया गया। श्रीवारी सेवा, बाल भोग शहस्त्रनाम अर्चना, सुदर्शन यज्ञ, पूर्णाहुति हुई। इसके बाद भगवान का बालाजी का कल्याणम श्रीदेवी-भूदेवी संग हुआ। कल्याणम दक्षिण भारतीय विधि विधान से हुआ। कल्याणम के दौरान आनंद उत्सव में महिलाओं ने कोलाटम नृत्य भी प्रस्तुत किया जो आकर्षण का केंद्र रहा। इस मौके पर बिष्टुपुर राम मंदिर कमेटी के अध्यक्ष वीडी गोपाल, महासचिव एसवी दुर्गा प्रसाद शर्मा, एम चंद्रशेखर राव, राजशेखर, एडीएल सोसाइटी के पूर्व अध्यक्ष वाई ईश्वर राव, श्रीवारी सेवा समिति के जी गोपालकृष्णा, इंटक नेता रघुनाथ पांडे ने भी शिरकत की। कल्याणम संपन्न होने के बाद विभिन्न तेलगु संस्था केगणमान्य लोगों को सम्मानित किया गया। इसके बाद भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।
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भालूबासा हनुमान मंदिर पहुंचा भगवान का रथ
फूलों से सजे रथ पर रविवार की शाम को भगवान बालाजी, श्रीदेवी व भूदेवी संग भगवान नगर भ्रमण पर निकले। मंदिर परिसर से निकलकर यह रथ भालूबासा हनुमान मंदिर जंबो अखाड़ा पहुंचा। इस दौरान सैकड़ों महिलाओं ने भजन प्रस्तुत कर भगवान को प्रसन्न करने की कोशिश की। जंबो अखाड़ा से मंदिर पहुंचने के बाद आरती एवं पुष्प यज्ञ हुआ। साथ ब्रह्माोत्सव का समापन हुआ। इस चार दिवसीय कार्यक्रम के सफल संचालन में मंदिर के संस्थापक चेयरपर्सन नए कमला शर्मा, अध्यक्ष आरएसएन राजू, महासचिव आर प्रभाकर राव, उपाध्यक्ष दुर्गा प्रसाद शर्मा, कोषाध्यक्ष एसवी रमना, टीपी अपन्ना, एस मुकुंद राव, रामचंद्र रवि, एनजे राव, एसएन मूर्ति, के नागेश्वर राव, रवि किरण, महिलाओं में एस लक्ष्मी, एसवी दुर्गा, के ऊषा, एन पार्वती, आर साधना, देवी, सुनीता, वी पद्यमा, वी दुर्गा, एस भानु का योगदान सरहानीय रहा।