बैंक ऑफ इंडिया के बाहर फिर धरने पर बैठे बैंक कर्मचारी, जाने क्या है उनकी मांगे
फेडरेशन ऑफ बैंक ऑफ इंडिया स्टाफ यूनियन (एआइबीइए) के बैनर तले बिष्टुपुर स्थित बैंक आफ इंडिया के जोनल मुख्यालय के बाहर मंगलवार को बैंक कर्मचारी अपनी लंबित मांगों को लेकर फिर एक बार धरने पर बैठे हैं। शाखाओं के प्रतिनिधि अपनी लंबित मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। फेडरेशन ऑफ बैंक ऑफ इंडिया स्टाफ यूनियन (एआइबीइए) के बैनर तले बिष्टुपुर स्थित बैंक आफ इंडिया के जोनल मुख्यालय के बाहर मंगलवार को बैंक कर्मचारी अपनी लंबित मांगों को लेकर फिर एक बार धरने पर बैठे हैं। इस धरने में बैंक के 50 शाखाओं के प्रतिनिधि अपनी लंबित मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस मौके पर धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए का. एसके अदक ने कहा कि बैंक ऑफ इंडिया प्रबंधन को कर्मचारियों के द्विपक्षीय मुद्दों को हल करना चाहिए। कर्मचारी लंबे समय से विभिन्न मुद्दों पर मांग कर रहे हैं इसलिए प्रबंधन को सभी मांगों का जल्द निराकरण करना चाहिए। वहीं, बैंक ऑफ इंडिया कर्मचारी यूनियन के प्रदेश महासचिव आरबी सहाय ने कहा कि विभिन्न कर्मचारी यूनियन हमारी मांगों का समर्थन कर रहे हैं। कई वर्षो से कर्मचारियों की मांगे लंबित है इसलिए प्रबंधन को बिना किसी देरी के हमारी मांगों को हल करना चाहिए। इस मौके पर पुलक सेनगुप्ता, पुरुनो चंद्रा प्रमाणिक, अखिलेश्वर उपाध्याय, रेगा सोय, दुखू टूडू, एसपी दास, प्रिया बोईपोई, संगीता मानेक, एकता गर्ग, सुनीता हांसदा, पोलोमी हेम्ब्रम, पी कामेश्वरी सहित अन्य शामिल हैं।
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बैंक कर्मचारियों की मुख्य मांगे ::
-बैंक में सभी रिक्त पदों पर जल्द बहाली हो।
-बैंक कर्मचारियों को भी बैंक के वित्तीय लाभ का अधिकार मिले। लाभ के बंटवारे में अधिकारी व कर्मचारी के नाम पर कोई पक्षपात न हो।
-मेडिकल रिम्बसमेंट को लेकर नियमों को कर्मचारी के लिए सरल बनाया जाए। मेडिक्लेम के तहत बैंक सीधे कंपनी को भुगतान करे।
-बैंक के निजीकरण व विनिवेश पर रोक लगाई जाए।
-द्विपक्षीय समझौते का किए जा रहे उल्लघंन पर रोक लगाकर उसमें प्रदत्त नियमों का लाभ कर्मचारियों को दिए जाएं।