Bank Unions : निजीकरण के विरोध में एकजुट हुए बैंक कर्मचारी, केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन
Bank Unions.यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के सपन अदक का कहना है कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण आम जनता त्राहिमाम कर रही है। पहले केंद्र सरकार ने नोटबंदी लेकर आई। इससे आम जनता को काफी नुकसान हुआ।
जमशेदपुर, जासं। केंद्र सरकार ने बजट में सार्वजनिक बैंक व उपक्रमों का निजीकरण व विनिवेश करने की घोषणा की है। इसके खिलाफ यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स देश भर में आंदोलन कर रही है। इसी कड़ी में बैंक यूनियन्स की जमशेदपुर इकाई द्वारा बिष्टुपुर पोस्टल पार्क में प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान बैंक कर्मचारियों ने अपने अस्तित्व को बचाने के लिए सभी कर्मचारियों से अपील की है कि वे पूरी मजबूती से इसके खिलाफ आवाज उठाएं। प्रदर्शन के दौरान यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के सपन अदक का कहना है कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण आम जनता त्राहिमाम कर रही है। पहले केंद्र सरकार ने नोटबंदी लेकर आई। इससे आम जनता को काफी नुकसान हुआ। लोगों को घंटों लाइन में लगकर अपने ही पैसे बैंक से निकालने पड़े लेकिन इसका कोई लाभ देश को नहीं हुआ। केंद्र सरकार काला पैसा बाहर निकालने की बात कह रही थी, वह गलत साबित हुई।
जीएसटी बनी परेशानी का सबब
इसके बाद सरकार यह कहते हुए गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) लेकर आई कि इससे व्यापारियों को व्यापार करने में आसानी होगी। लेकिन केंद्र सरकार ने इसमें इतने संशोधन किए कि आज देश भर के व्यापारी इस कानून से परेशान हैं और वे भी 26 फरवरी को भारत बंद की घोषणा की है। इसके बाद केंद्र सरकार जन-धन योजना लेकर आई लेकिन इसका भी लाभ जनता को नहीं मिला। अब सरकार पूंजीपतियों के लिए बैंक व सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण व विनिवेश लेकर आई है। जो सिर्फ बैंक कर्मचारियों ही नहीं बल्कि उपभोक्ताओं की जमा-पूंजी के लिए हानिकारक होगा। ऐसे में पूरे देश की जनता को इसके खिलाफ मुखरता से आवाज उठानी होगी। प्रदर्शन के दौरान, हीरा अरकने, रिंटू रजक, आरएनपी सिंह, शशि कुमार, सत्येंद्र सिंह, स्वाति, रामजी, विवेक, रितेश, गोपाल रजक सहित बड़ी संख्या में बैंक कर्मचारी उपस्थित थे।