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आधार कार्ड से बैंक खातों में सेंधमारी, एकाउंट से निकल जा रही जमा पूंजी, डिजिटल फ्रॉड से हो जाइए सावधान

चाईबासा के सदर थाना प्रभारी निरंजन तिवारी ने बताया कि आधार कार्ड से खाताधारकों के खाते से राशि निकाले जाने के तीन मामले थाना में आए हैं। इनके संबंध में संबंधित बैंक से पूछताछ की जा रही है। यह एक प्रकार के धोखाधड़ी के मामले हैं।

By Madhukar KumarEdited By: Published: Fri, 01 Jul 2022 09:58 AM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2022 09:58 AM (IST)
आधार कार्ड से बैंक खातों में सेंधमारी, एकाउंट से निकल जा रही जमा पूंजी, डिजिटल फ्रॉड से हो जाइए सावधान
अगर आप भी करते हैं ऑनलाइन बैकिंग का इस्तेमाल तो हो जाइए सावधान।

चाईबासा, (सुधीर पांडेय)। चाईबासा के श्री मारवाड़ी हिंदी मध्य विद्यालय के शिक्षक राकेश कुमार सिंह के मोबाइल पर 18 जून को दोपहर बाद 10 हजार रुपये एसबीआई बैंक खाते से निकाले जाने का संदेश आया तो वो परेशान हो गए। उस दिन शनिवार था। राकेश सोमवार को बैंक जाकर इस निकासी के बारे में पता करते, इसी बीच 19 जून (रविवार) को फिर 10 हजार रुपये खाते से कटने का मैसेज आ गया। खाते से अपने आप निकल रही जमा पूंजी को देख राकेश ने तुरंत अपने खाते को होल्ड कराया। सोमवार को बैंक जाकर पता किया तो बताया गया कि आपके खाते से आधार कार्ड के जरिए पैसों की निकासी हुई है।

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चाईबासा में ही काली मंदिर के पास स्थित मेडिकल स्टोर के संचालक सब्यासाची का खाता यूनियन बैंक में हैं। उन्होंने बताया कि 20 जून को उनके खाते से भी आधार कार्ड के जरिए 11 हजार रुपये निकाले गये हैं। मैंने इस संबंध में आनलाइन एफआइआर करने के साथ ही बैंक को फ्राड की जानकारी दे दी है मगर अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि पैसे किसने और कहां से निकाले हैं। मैंने आज तक आधार कार्ड से कभी राशि की निकासी की ही नहीं। बैंक आफ इंडिया की कर्मचारी ज्योति सिंकू के पति अमित कुमार सुंडी रिलायंस कंपनी में सेल्स एजेंट हैं। उनके साथ तो दो बार इस तरह का फ्राड हो चुका है। पहली बार 25 अप्रैल 2022 को उनके बैंक आफ इंडिया की चाईबासा शाखा से 9 हजार 9 सौ 99 रुपये निकाले गये। अगले दिन 26 अप्रैल को 3 हजार 624 रुपये निकाले गये। यह निकासियां भी आधार कार्ड के जरिए हुई हैं।

वहीं, 18 जून 2022 को अमित के ही एचडीएफसी बैंक खाते से 11 हजार रुपये निकाले गये हैं। अबकी बार शातिर चोरों ने माइक्रो एटीएम के जरिए यह निकासी की है। निकासी करने वाले का पता टोंटो के कुईलसुता गांव के कालीचरण बोदरा दिखा रहा है। ज्योति ने बताया कि गुरुवार को इस संबंध में थाना में शिकायत दर्ज कराएंगे। इधर, आधार कार्ड से खाताधारियों के खाते से पैसे निकालने की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए भारतीय स्टेट बैंक ने अपने ग्राहकों के खातों को वर्तमान में आधारकार्ड से डी-लिंक कर दिया है। यह जानकारी एसबीआइ चाईबासा शाखा के मुख्य प्रबंधक अभय शंकर सिंह ने दी है। उन्होंने बताया कि 18 से 20 जून की अवधि के बीच उनके पास करीब 10 उपभोक्ताओं ने शिकायत की थी कि उनके खाते से आधार कार्ड के जरिए पैसों की निकासी हुई है। खातों की जांच करने पर शिकायत सही पायी गयी। इसके बाद मामले को पटना सर्किल से अवगत कराया गया है। आधार से फ्राड को रोकने के लिए फिलहाल सभी खातों को लिंक आधार कार्ड से हटा दिया गया है। वैसे एसबीआई ही नहीं करीब-करीब सभी बैंकों में इस तरह की घटनाएं हो रही हैं।

पुलिस बैंकों से कर रही पूछताछ, निकासी के तरीके पर हो रहा अनुसंधान

चाईबासा के सदर थाना प्रभारी निरंजन तिवारी ने बताया कि आधार कार्ड से खाताधारकों के खाते से राशि निकाले जाने के तीन मामले थाना में आए हैं। इनके संबंध में संबंधित बैंक से पूछताछ की जा रही है। यह एक प्रकार के धोखाधड़ी के मामले हैं। अनुसंधान पूरा होने के बाद ही यह पता चल सकेगा कि बिना अंगूठा लगाए खाताधारी के खाते से पैसे कैसे निकल जा रहे हैं।

कस्टमर सर्विस प्वाइंट के जरिए अपराधी निकाल ले रहे पैसा : एलडीएम

पश्चिमी सिंहभूम जिला के अग्रणी जिला प्रबंधक एलएन लागुरी ने बताया कि हमारे अपने स्टाफ के खाते से भी आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के जरिए पैसे की निकासी हुई है। इस संबंध में संबंधित विभाग को बता दिया गया है मगर अभी तक वहां से किसी तरह का जवाब नहीं आया है। मैं खुद हैरान हूं कि कोई कैसे बिना ओटीपी जेनरेट किए बैंक खाते में सेंधमारी कर ले रहा है। ये सारी फर्जी निकासियां कस्टमर सर्विस प्वाइंट (सीएसपी)अथवा बैंकिंग कोरसपोंडेंट (बीसी) के जरिए हो रही हैं। अधिकतर बैंकों से इस तरह के फ्राड की शिकायत आयी हैं।

खाते से अवैध निकासी होने पर जरूर दर्ज कराएं प्राथमिकी

बैंक आफ इंडिया, जमशेदपुर अंचल के वित्तीय समावेषक संजय शर्मा कहते हैं कि आधार कार्ड से पैसों की निकासी हम लोगों की समझ से परे हैं। जिन ग्राहकों के साथ ऐसा फ्राड हो, वो बैंक को तत्काल सूचित करें, उनकी राशि रिफंड करने का प्रयास किया जाएगा। वहीं, अग्रणी जिला प्रबंधक एलएन लागुरी ने कहा कि बैंक के साथ-साथ संबंधित थाना में भी प्राथमिकी दर्ज कराए क्योंकि हम लोग बीमा क्लेम के जरिए ही यह राशि दिला सकते हैं। उसके लिए थाना की रिपोर्ट अति आवश्यक है।


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