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प्रेम विवाह कर ढाका से भाग टाटा में बसा बांग्लादेशी धराया

प्रेम विवाह कर ढाका (बांग्लादेश) से भाग कर भारत (जमशेदपुर) आया शाहीन महमूद एक बार फिर साकची पुलिस के हत्थे चढ़ गया है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 09 May 2019 10:55 AM (IST)Updated: Thu, 09 May 2019 10:55 AM (IST)
प्रेम विवाह कर ढाका से भाग टाटा में बसा बांग्लादेशी धराया

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। प्रेम विवाह कर ढाका (बांग्लादेश) से भाग कर भारत (जमशेदपुर) आया शाहीन महमूद एक बार फिर साकची पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। वह अवैध तरीके से जमशेदपुर में रह रहा था। इससे पहले भी उसे फरवरी में इसी मामले में पकड़ा गया था। पुलिस उसे वापस बांग्लादेश भेजने की तैयारी करती रह गई और वह जेल से बाहर निकल गया। बाहर आकर फिर वह जमशेदपुर में ही रहने लगा। इसपर पुलिस ने फिर से उसे पकड़ लिया। अब उसे वापस उसके देश डिपॉट किए जाने (भेजने) की तैयारी की जा रही है। मानगो में वह पहचान छिपाकर पांच साल तक रहा।

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 पहले वह मानगो के राजमहल अपार्टमेंट के 501 में रह रहा था। महमूद की पत्नी राबिया अपने पुत्री सादिया के साथ बंगलादेश लौट चुकी है। शाहीन ने मानगो थाना की पुलिस को बताया कि राबिया से बंगलादेश के ढाका में उसने प्रेम विवाह किया था। इसके बाद दोनों देश से भाग निकले। आठ वर्ष पहले दोनों भारत आ गए। पहले ओडिशा के रायरंगपुर में जाकर छुपे। वहीं आधार कार्ड और पेन कार्ड बनवा लिया। एक बेटी सादिया हुई। उसका जन्म प्रमाण पत्र भी बना लिया। वहां से जमशेदपुर के पांच वर्ष पहले मानगो के राजमहल अपार्टमेंट मे आकर रहने लगे। पेटिंग कार्य का ठेका लेने लगा। बेटी का नामांकन भी मानगो के एक स्कूल में करा दिया। राबिया का पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पहचान पत्र सबकुछ बना लिया। पासपोर्ट जमशेदपुर से ही बना था। मानगो थाना के अधिकारी ने वेरिफिकेशन किया था।

कुछ इस तरह सामने आया था मामला

 राबिया अपनी पांच साल की पुत्री के साथ मायके जाने के लिए 2018 दिसंबर को बांग्लादेश की सीमा पर पहुंची। बार्डर पर उसे रोक लिया गया। जांच हुई तो उसने पूरी कहानी बयां कर दी। भारत-बंगलादेश नीति के तहत उसे बंगलादेश भेज दिया गया। इधर, भारत सरकार के आप्रवासी ब्यूरो ने राबिया के बंगलादेशी होने की बात को लेकर रांची पासपोर्ट ऑफिस से जांच का आग्रह किया। 19 जनवरी 2018 को जमशेदपुर एसएसपी को सूचित किया गया। जब तक पुलिस सक्रिय होती। महिला बच्चे के साथ गायब हो चुकी थी। उसके पति को पुलिस ने जाल बिछाकर पकड़ा। 30 जनवरी 2018 को मानगो थाना के इंस्पेक्टर अरुण महाथा की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया था।

ये कहते एसएसपी

महमूद को बांग्लादेश भेजने की तैयारी की जा रही है। विभागीय प्रक्रिया पूरी की जा रही है। पासपोर्ट और कागजात की कार्रवाई चार-पांच दिन में पूरी हो जाएगी। हरी झंडी मिलते ही उसे बंगलादेश का सौंप दिया जाएगा।

अनूप बिरथरे, एसएसपी, जमशेदपुर

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