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अयोध्या राम मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान ने डाली हिंदू एकात्मता की नींवःमिलिंद परांडे

VHP. विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर को लेकर 40 दिन तक निधि समर्पण अभियान चला उससे राष्ट्रीय एकात्मता की नींव मजबूत हुई है। श्री राम मंदिर के निर्माण में देश के चार आईआईटी मिलकर काम कर रहे हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sat, 27 Feb 2021 02:48 PM (IST)Updated: Sat, 27 Feb 2021 05:15 PM (IST)
अयोध्या राम मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान ने डाली हिंदू एकात्मता की नींवःमिलिंद परांडे
साढ़े तीन वर्ष में भगवान श्री राम गर्भ गृह में अधिष्ठापित हो जाएंगे।

जमशेदपुर, जासं। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे शनिवार को जमशेदपुर में थे। यहां उन्होंने बिष्टुपुर स्थित तुलसी भवन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर को लेकर 40 दिन तक निधि समर्पण अभियान चला, उससे राष्ट्रीय एकात्मता की नींव मजबूत हुई है।

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उन्होंने कहा कि अभियान में हमने संकल्प लिया था कि देश के चार लाख से अधिक गांव और 11 करोड़ परिवार तक पहुंचेंगे। मेरा मानना है कि हम शायद इस संकल्प को पूरा कर लिए होंगे। उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री (हेमंत सोरेन) की इस बात के लिए आलोचना की, जिसमें उन्होंने कहा था कि आदिवासी हिंदू नहीं हैं। परांडे ने कहा कि निधि समर्पण अभियान में जैन बौद्ध जनजातीय समाज समेत सभी लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इसलिए यह कहना किसी जिम्मेदार व्यक्ति को उचित नहीं है कि आदिवासी हिंदू नहीं हैं। जो भी भगवान राम को राष्ट्रपुरुष मानता है, वह हिंदू है। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने भी मंदिर निर्माण में निधि समर्पण किया है। उन्होंने मुझे बुलाकर डेढ़ लाख रुपये समर्पित किया। मोहम्मद खान राष्ट्रभक्त मुसलमान हैं। इस अभियान में हमें ऐसे कई राष्ट्रभक्त मुसलमान का भी सहयोग मिला है।

चार आईआईटी कर रहे काम

मिलिंद परांडे ने बताया कि अयोध्या में श्री राम मंदिर के निर्माण में देश के चार आईआईटी मिलकर काम कर रहे हैं। चेन्नई, मुंबई, दिल्ली व गुवाहाटी आईआईटी के अलावा एलएंडटी और टाटा कंसल्टिंग इंजिनियर्स इसके निर्माण में लगे हैं। चूंकि मंदिर के पास सरयू नदी है, इसलिए इस बात को भी ध्यान में रखा जा रहा है कि नदी का प्रवाह स्थान बदलता रहता है। ऐसी स्थिति में मंदिर की नींव ऐसी हो कि इसका प्रभाव ना पड़े। इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है। सभी कुछ सोच समझकर फिलहाल नींव के निर्माण पर ही काम चल रहा है। मेरा मानना है कि साढ़े तीन वर्ष में भगवान श्री राम गर्भ गृह में अधिष्ठापित हो जाएंगे।


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