मौसी ने दी किताब जलाने की धमकी, इसलिए उसका घर छोड़ भाग निकली युवती Jamshedpur News
खडि़या डी सबर बस्ती में नहर किनारे अकेले बैठ रो रही युवती काेे देख ग्रामीणों ने उससे बातचीत करने की कोशिश की तो उसका दर्द फूट पड़ा।
जमशेदपुर/घाटशिला (जेएनएन)। मेरा घर बिहार के छपरा जिले के आनंदपुर गांव में है। पिता विक्षिप्त हैं और मां आंख से दिव्यांग। मुझे पढ़ाई करनी है इसलिए गालूडीह क्षेत्र के हॉट चार्ली गांव अपने मौसी के घर आ गई। यहां मौसी की प्रताड़ना के बावजूद किसी तरह पढ़ाई कर रही थी।
मौसी की प्रताड़ना बढ़ती गई। यहां तक कि आए दिन पढ़ाई छुड़वाने और किताबें जलवा देने की धमकी देने लगी। बातें बर्दाश्त से बाहर होने पर मजबूरी में उनका घर छोड़ कर भाग निकली। यह दर्द था गुरुवार को खडि़या डी सबर बस्ती में नहर किनारे अकेले बैठ रो रही युवती का। अकेली बैठकर रोती देख ग्रामीणों ने उससे बातचीत करने की कोशिश की तो उसका दर्द फूट पड़ा।
उसने ग्रामीणों को पूरी आपबीती बताते हुए कहा कि गालूडीह क्षेत्र के हॉट चार्ली गांव में मौसी के घर में रह रह कर पढ़ाई कर रही थी। मौसी के प्रताड़ना से पहले से ही तंग आ चुकी थी। उनकी ओर से पढ़ाई छुड़वा देने की धमकी के बाद घर से भाग गई। खड़िया डी सबर बस्ती के नहर किनारे अकेले बैठ कर रो रही थी।
ग्रामीणों ने युवती को किया मुखिया के हवाले
अकेली बैठकर रोती देख पूछताछ में पूरी बात जानने के बाद ग्रामीणों ने युवती को गांव में लाकर मुखिया के हवाले कर दिया। मुखिया ने पूरे मामले की जानकारी गालूडीह थाने को दी। युवती का कहना था कि उसका घर छपरा जिला के आनंदपुर गांव में है। पिता विक्षिप्त एवं मां आंख से दिव्यांग है। इसलिए मौसी का यहां रह कर पढ़ाई कर रही थी।
मौसी आये दिन हमेशा मारपीट करती है। पढ़ाई छुड़वा देने के एवं किताब जलाने के धमकी के बाद परेशान होकर मैं घर छोड़कर भाग गई। युवती का कहना था कि अगर वह मौसी के घर जाएगी तो उसे जान से मार दिया जाएगा। पूरी जानकारी लेने के बाद पुलिस ने उसके परिवार को इसकी सूचना दी है।