Amitabh Chaudhary : अमिताभ चौधरी के असामयिक निधन से खेल जगत मर्माहत
Jharkhand News क्रिकेट प्रशासक और पूर्व आईपीएस अमिताभ चौधरी का मंगलवार सुबह रांची के एक शहर स्थित अस्पताल में निधन हो गया। उन्होंने झारखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया। दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें यहां अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
जमशेदपुर : झारखंड राज्य क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अमिताभ चौधरी का मंगलवार सुबह दिल का दौरान पड़ने से निधन हो गया। झारखंड कैडर के आईपीएस अधिकारी रहे अमिताभ चौधरी को झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) का चेयरमैन भी रह चुके थे।
अमिताभ चौधरी की जन्म 6 जुलाई 1960 को बिहार में हुआ था। झारखंड में क्रिकेट का विकास में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। आज अमिताभ इस दुनिया में नहीं है। अभी 15 दिन पहले ही उनके पुराने साथी व जेएससीए के पूर्व उपाध्यक्ष बीएन सिंह ने भी इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।
क्रिकेट से लेकर प्रशासन में अलग पहचान बनाई
अमिताभ चौधरी ने प्रशासन, क्रिकेट से लेकर राजनीति में भी अपनी अलग पहचान बनाई थी। वह 1985 में आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग करने के बाद वह यूपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद बिहार कैडर के आईपीएस बने। अलग राज्य बनने के बाद उन्हें झारखंड कैडर मिला। जब झारखंड बिहार से अलग हुआ तो बीएन सिंह के साथ मिलकर अमिताभ चौधरी ने जेएससीए को बीसीसीआई से मान्यता दिलाई थी।
2005 में राज्य के तत्कालीन डिप्टी चीफ मिनिस्टर सुदेश कुमार महतो को हरा कर वह झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) के अध्यक्ष बने। फिर 2005 से 2009 तक भारतीय क्रिकेट टीम इंडिया के मैनेजर भी रहे। क्रिकेट से लगाव के कारण ही उन्होंने 2013 में आईपीएस की नौकरी से वीआरएस ले ली। 2014 में उन्होंने राजनीति में कदम रखा। भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर वह बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम से उन्होंने रांची लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था। लेकिन चुनाव जीत नहीं सके।
पूर्व रणजी क्रिकेटर मनोज यादव ने कहा, यह खबर सुनकर मैं हतप्रभ हूं। उनका असमय चला जाना क्रिकेट की बड़ी क्षति है। उन्होंने अपने जीवन को क्रिकेट के लिए होम कर दिया था। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सौरभ तिवारी ने कहा, आज मैं जो कुछ हूं, अमिताभ सर की बदौलत हूं। कुछ ही दिन पहले ही उनसे बात हुई थी। उनका इस तरह चले जाने से झारखंड का हर क्रिकेटर मर्माहत हैं।