तकनीक को मूर्त रूप देने के लिए सर्वदा सतर्क रहने की जरूरत : डॉ. गोपाल
अरका जैन यूनिवर्सिटी के इंजीनियिरिंग विभाग में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का हुआ समापन शामिल हुए तकनीकी विश्वविद़यालय के कुलपति।
जमशेदपुर (जासं)। गम्हरिया स्थित अरका जैन यूनिवर्सिटी के इंजीनियङ्क्षरग विभाग में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का समापन शनिवार को हुआ। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. गोपाल पाठक उपस्थित थे।
इस मौके पर डॉ. गोपाल पाठक ने कहा कि वैज्ञानिकों एवं अभियंताओं को सर्वदा सतर्क रहने की जरूरत है, ताकि वे तकनीकी विकास को मूर्त रूप दे सकें। वहीं एनआईटी जमशेदपुर के पूर्व डायरेक्टर इंचार्ज प्रोफेसर डॉ. एसबीएल सक्सेना ने नयी तकनीकों के साथ उससे संबंधित चुनौतियों और उनके सदुपयोग को मानव विकास के लिए बताया।
सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में एनआईटी खडग़पुर के डॉ. इंद्रजीत कुमार व एनआईटी जमशेदपुर के मैकेनिकल विभागीय हेड डॉ. एमके पासवान ने भी अपने सारगर्भित विचार रखे। मेरीलैंड इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट घाटशिला की प्रिंसिपल डॉ. रेखा चौधरी ने तकनीकी सत्र की अध्यक्षता की। सेमिनार में इंजीनियरिंग विभाग के डीन अश्विनी कुमार, फैकल्टीज, बीटेक के विद्यार्थी उपस्थित थे। इसमें अलग-अलग राज्यों से आये शोधार्थियों ने अपने शोध प्रस्तुत किये।
विद्यार्थियों ने टेक्निकल इनोवेशन और शोध की बारीकियां सीखी। बेस्ट पेपर अवार्ड नीतू सिंह एवं रमेश शर्मा को दिया गया। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. एसएस रजी, डायरेक्टर अमित श्रीवास्तव, रजिस्ट्रार जसबीर धंजल, डायरेक्टर कैंपस डॉ अंगद तिवारी सहित कई शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे।