उम्र विवाद में फंसे जेएफसी के स्टार खिलाड़ी गौरव मुखी
इंडियन सुपर लीग (आइएसएल) में गोल दागने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी होने का गौरव आखिरकार अब गौरव मुखी पर भारी पड़ता दिख रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि अब मुखी के उम्र को लेकर ही बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : इंडियन सुपर लीग (आइएसएल) में गोल दागने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी होने का गौरव आखिरकार अब गौरव मुखी पर भारी पड़ता दिख रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि अब मुखी के उम्र को लेकर ही बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। विवाद यह कि गौरव मुखी की उम्र वाकई 16 साल है या फिर वह 19 साल का है। इस विवाद के कारण रविवार को आइएसएल के जमशेदपुर के होम ग्राउंड में हुए इस सीजन के पहले मैच में गौरव मुखी को मैदान से बाहर रखा गया और शहर के खिलाड़ी को मैदान में गोल दागते देखने की लौहनगरी के फुटबॉल प्रेमियों की ख्वाहिश अधूरी रह गई।
बताया जा रहा है कि जमशेदपुर एफसी के स्टार फारवर्ड खिलाड़ी गौरव मुखी को भारतीय फुटबाल महासंघ की आपत्ति के बाद जेएफसी ने रविवार को मैच में उतारने का जोखिम नहीं उठाया। हालांकि जेएफसी प्रबंधन ने कहा है कि दो दिनों से ट्रेनिंग सत्र से गौरव मुखी बाहर था, इसलिए उसे टीम में शामिल नहीं किया गया। जेएफसी की ओर से बताया गया कि गौरव इसलिए प्रैक्टिस सत्र से बाहर है, क्योंकि उसके पिता अस्पताल में हैं। बीमार हैं। गौरव अपने पिता की सेवा के लिए दो रात से अस्पताल में है। यही कारण है कि उसे टीम में शामिल नहीं किया गया।
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भारतीय फुटबॉल महासंघ पर भी सवाल
गौरव मुखी के उम्र विवाद के मामले में भारतीय फुटबाल महासंघ भी घेरे में है। गौरव मुखी की उम्र का विवाद वर्ष 2015 शे शुरू हुआ था। लेकिन फुटबॉल महासंघ ने 2016 में सीआरएस (खिलाड़ियों का रजिस्ट्रेशन) सिस्टम चालू किया। इसमें गौरव मुखी की जन्म तिथि वर्ष 2002 बतायी गई है। जेएसए के एक सदस्य ने बताया कि यदि गौरव की उम्र सही नहीं थी तो फुटबॉल महासंघ ने किस आधार पर उसका रजिस्ट्रेशन किया। उधर भारतीय फुटबाल महासंघ के सचिव कुशल दास ने कहा कि मामले की जाच संबंधित कमेटी कर रही है। उन्होंने कहा कि विसंगति गौरव मुखी के पासपोर्ट को लेकर है। जिसमें जन्म तिथि 2002 है और भारतीय फुटबॉल महासंघ की पूछताछ में वर्ष 2015 में जन्म तिथि 1999 बतायी गई है।
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सीज फरांडो भी बचाव में दिखे
उम्र विवाद में फंसे गौरव मुखी पर अब जब ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआइएफएफ) की तलवार लटकने लगी है तो सीजर फरांडो भी उसके बचाव में आ गए हैं। मैच से एक दिन पहले तक गौरव की खेलने की घोषणा करने वाले सीजर फेरांडो ने रविवार को मैच के बाद कहा कि एआइएफएफ के निर्देश के कारण गौरव को अंतिम समय में टीम में शामिल नहीं किया गया।
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बेंगलुरू में गोल करने के बाद विवाद शुरू
आइएसएल के बेंगलुरू में हुए मैच में गौरव मुखी के गोल दागने के बाद उम्र के लेकर विवाद छिड़ गया था। गोल करने के बाद एक ओर जहां यह दावा किया गया कि गौरव मुखी सबके कम उम्र (16 साल) में गोल करने वाला खिलाड़ी है तो वहीं तीन साल पहले खेले गए अंडर-15 टूर्नामेंट में उसकी जन्म का वर्ष 1999 बताया गया था। इसके बाद से यह विवाद बढ़ता जा रहा है।