Move to Jagran APP

आशीर्वाद टॉवर हादसे के बाद जमशेदपुर में भी सुरक्षा को लेकर उठे सवाल, आगजनी से निपटने के क्या हैं इंतजाम

धनबाद के आर्शीवाद टावर में मंगलवार शाम को आग लगने की घटना मेंं लोगों के झुलसने से मौत के बाद जमशेदपुर में इस बात की चर्चा शुरू हो गई कि शहर में अधिकतर बहुमंजिला इमारतों में आग लगने पर उसके बचाव के उपाय नहीं है।

By Anwesh AmbashthaEdited By: Mohit TripathiPublished: Wed, 01 Feb 2023 12:51 AM (IST)Updated: Wed, 01 Feb 2023 12:51 AM (IST)
शहर में अधिकतर बहुमंजिला इमारतों में नहीं आग से सुरक्षा के इंतजाम

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता: धनबाद के आर्शीवाद टावर में मंगलवार शाम को आग लगने की घटना मेंं लोगों के झुलसने से मौत के बाद जमशेदपुर में इस बात की चर्चा शुरू हो गई कि शहर में अधिकतर बहुमंजिला इमारतों में आग लगने पर उसके बचाव के उपाय नहीं है। अगर इमारतों में आग लगी तो क्या होगा। थोड़ी सी अनदेखी भयावह रूप ले सकती है।

loksabha election banner

विभाग के पास महज चार मंजिल तक आग बुझाने की छमता

अग्निशमन विभाग के मानकों का पालन कुछ ही आवासीय कालोनियों और अपार्टमेंट में है। विभाग के पास चार मंजिल तक आग बुझाने लायक दमकल उपलब्ध है। यदि इससे ऊपर की मंजिल में आग लगी तो स्थिति भयावह हो सकती है।

जमशेदपुर में घट चुकी हैं आगजनी की घटनाएं

इसका उदाहरण मानगो के डिमना चौक में 29 मई 2022 को एक टायर गोदाम में आग लगने की घटना है। गोदाम से सटे फ्लैट तक आग फैल गई थी। शीशे, पाइप लाइन और दीवार को नुकसान पहुंचा था। फ्लैट में अफरा-तफरी मच गई थी। किसी तरह लोगों को बाहर निकाला गया था। धुंआ के कारण लोग परेशान हो गए थे।

इसी तरह साकची के शारदा अपार्टमेंट की बेसमेंट में 28 मार्च 2020 को आग लगने से अफरा-तफरी मच गई थी। शहर के मानगो, जुगसलाई, साकची, बिष्टुपुर, सोनारी, कदमा, गोलमुरी, बिरसानगर, गोविंदपुर और परसुडीह के गली-मुहल्लों में बहुमंजिला इमारतों और अपार्टमेंट बन गए है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.