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आखिर टाटा स्टील के क्वार्टर नंबर ‘65’ में कौन रहता है जो डीसी व सीएस पर भी पड़ रहा भारी Jamshedpur News

क्वार्टर नंबर 65 को कैंप क्वार्यालय बनाने का उद्देश्य था कि पदाधिकारी बैठकर पूरे जिले को कंट्रोल करेंगे। लेकिन हुआ उल्टा। एक कर्मचारी ने ही पूरे विभाग को कंट्रोल में कर रखा है।

By Vikas SrivastavaEdited By: Published: Mon, 27 Jul 2020 05:57 PM (IST)Updated: Mon, 27 Jul 2020 05:57 PM (IST)
आखिर टाटा स्टील के क्वार्टर नंबर ‘65’ में कौन रहता है जो डीसी व सीएस पर भी पड़ रहा भारी Jamshedpur News
आखिर टाटा स्टील के क्वार्टर नंबर ‘65’ में कौन रहता है जो डीसी व सीएस पर भी पड़ रहा भारी Jamshedpur News

जमशेदपुर ( जागरण संवाददाता)। टाटा स्टील के क्वार्टर नंबर ‘65’ स्वास्थ्य विभाग के अलावा जिला प्रशासन के लिए भी मुसीबत बन गया है। इस क्‍वार्टर को खाली कराने को लेकर डीसी सूरज कुमार से लेकर सिविल सर्जन डॉ. आरएन झा तक निर्देश दे चुके हैं लेकिन इसमें रह रहा कर्मचारी मानने को तैयार नहीं है।

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कर्मचारी का नाम है पद्मुन कुमार, जो जिला सर्विलांस विभाग के भंडारपाल है। कोरोना जैसे महामारी में इतने महत्वपूर्ण पद पर रहते हुए इस तरह की मनमानी को जिला प्रशासन बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है। दरअसल, कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला सर्विलांस विभाग ने  कुछ ही दूरी पर खाली पड़ी टाटा स्टील के क्वार्टर नंबर 65 को कैंप कार्यालय बनाने का निर्णय लिया था।

सर्विलांस विभाग ने लिया था कैंप कार्यालय बनाने का निर्णय, अचानक कर्मचारी के नाम हुआ आवंटित

कुछ दिनों तक यह कर्यालय ठीक ठाक चला। लेकिन, उसके कुछ ही दिन के बाद पता चला कि यह क्वार्टर अब कार्यालय न रहकर पद्मुन कुमार के नाम से आवंटित हो चुका है। जिसका विरोध भी हुआ। लेकिन, उनकी बातों को नहीं सुुना गया। नतीजा हुआ कि कैंप कार्यालय बंद हो गया। अब जिला सर्विलांस विभाग में खूब भीड़ उमड़ रही है। रोजाना सैकड़ों लोग जांच कराने से लेकर रिपोर्ट लेने पहुंच रहे हैं। यहां सिर्फ दो ही कमरा है जिसमें पदाधिकारी, चिकित्सक, टेक्नीशियन व आने वाले संदिग्ध लोगों से खचाखच भरा रहता है। ऐसे में महामारी से निपटने की प्लानिंग क्या होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

पूरे विभाग पर भारी एक कर्मचारी की मनमानी

क्वार्टर नंबर 65 को कैंप क्वार्यालय बनाने का उद्देश्य था कि यहां पर सभी पदाधिकारी बैठकर पूरे जिले को कंट्रोल करेंगे। लेकिन हुआ उल्टा। एक कर्मचारी ने ही पूरे विभाग को कंट्रोल में कर रखा है। अब 21 जुलाई को डीसी ने सिविल सर्जन को उस क्वार्टर को खाली कराने का निर्देश दिया लेकिन, सात दिन बीतने के बावजूद भी वह खाली नहीं हो सका है। इसे देखते हुए सिविल सर्जन द्वारा लगातार पत्राचार किया जा रहा है।

विभाग में कोल्ड चेन हेंडलर का पद नहीं तो अपने से कर लिया जेनरेट 

पद्मुन कुमार पर और भी कई तरह के गंभीर आरोप है। इसे देखते हुए सिविल सर्जन डॉ. आरएन झा ने शोकॉज किया है और 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट तलब की है। जुगसलाई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में पद्मुन कुमार बतौर पुरुष परिवार कल्याण कार्यकर्ता के रूप में पदस्थापित है। उन्होंने कोल्ड चेन हेंडलर का प्रशिक्षण लिया है लेकिन इस नाम से कोई पदनाम विभाग में उन्हें नहीं मिला है।

 कई महत्वपूर्ण पदों पर काबिज एक कर्मचारी  

जुगसलाई सीएचसी में तैनात पुरुष परिवार कल्याण कार्यकर्ता पद्मुन कुमार और भी कई महत्वपूर्ण पदों पर काबिज हैं। वह जुगसलाई सीएचसी में कोल्ड चेन हेंडलर, जिला कोल्ड हेंडलर व जिला सर्विलांस के भंडार पाल भी हैं। एक आदमी इतने सारे महत्वपूर्ण पदों पर सेवा दे रहा है, जिसकी जांच की मांग तेज हो गई है। जिला कोल्ड चेन विभाग साकची में है, जहां से रोजाना पूरे जिले में टीका की सप्लाई होती है।


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