एक शख्स जिससे टाटा समूह सहित रिलायंस व महिंद्रा जैसी कंपनियों ने लिया सबक
एक शख्स की पहल ने ऐसा कुछ किया जिससे टाटा समूह रिलायंस इंडस्ट्री महिंद्रा कंपनी सहित देश की कई कंपनियों ने भी सबक लिया और उसे अपने यहां प्रभावी बनाया। ये शख्स हैं बोरोसिल कंपनी के एमडी श्रीवर खेरुका।
जमशेदपुर, जासं। वैश्विक महामारी कोविड 19 के कारण कई कंपनियों में कार्यरत कर्मचारियों ने अपनी जान से हाथ गंवाए। कई कर्मचारी जो अपने परिवार में इकलौते कमाने वाले थे। उनमें भी डर था कि यदि कोविड 19 के कारण हमारी मौत होती है तो हमारे परिवार का क्या होगा। बच्चों की पढ़ाई कैसे होगी।
लेकिन एक शख्स की पहल ने ऐसा कुछ किया जिससे टाटा समूह, रिलायंस इंडस्ट्री, महिंद्रा कंपनी सहित देश की कई कंपनियों ने भी सबक लिया और उसे अपने यहां प्रभावी बनाया। ये शख्स हैं बोरोसिल कंपनी के एमडी श्रीवर खेरुका। बकौल श्रीवर, कोविड 19 के कारण हमारे कर्मचारियों के मन में डर था। उनके मन में सबसे ज्यादा डर इस बात से था कि यदि उनकी मौत हुई तो उनके परिवार का भरण -पोषण कैसे होगा। ऐसे में हमने अपने कर्मचारियों के मन से डर निकालने के लिए कुछ नई पहल करने की सोची। इसके लिए हमने कंपनी के आरएंडडी टीम को काम पर लगाया। तब पता चला कि जिस तरह की पहल हम करने जा रहे हैं वह वैश्विक स्तर पर किसी भी कंपनी में प्रभावी नहीं है। हमने अपने मृत कर्मचारियों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक ऑनलाइन कार्यक्रम की घोषणा की।
ये की घोषणा
इसमें हमने घोषणा की कि यदि किसी कर्मचारी की कोविड 19 के कारण मौत होती है तो हम उनके बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाएंगे। साथ परिवार में उनकी पत्नी को कौशल विकास के माध्यम से कंपनी में कोई नौकरी दे सकते हैं। हमारी इस घोषणा से कर्मचारियों में नई ऊर्जा का संचार हुआ। आपको बता दें कि बोरोसिल कंपनी सोलर ग्लास, कुकवेयर व ग्लास वेयर का निर्माण करती है। कंपनी ने वर्ष 2020-21 में 502 करोड़ का कारोबार किया और 89 करोड़ रुपये मुनाफा अर्जित की थी।
टाटा ने भी घोषणा की कोविड 19 प्रोटेक्शन स्कीम
बोरोसिल कंपनी के एमडी श्रीवर खेरुका की पहल से सबक लेते हुए टाटा समूह ने भी कई सुधार के साथ अपनी कंपनी में कोविड 19 इम्प्लाई प्रोटेक्शन स्कीम लेकर आई। टाटा स्टील की जमशेदपुर प्लांट ने सबसे पहले इसकी घोषणा की। इस स्कीम के तहत कर्मचारियों के बच्चों को स्नातक तक पढ़ाई का पूरा खर्च उठाएगी। साथ ही मृत कर्मचारी का अंतिम बेसिक-डीए उनके परिजन को कर्मचारी के 60 वर्ष तक देगी। इसके अलावा उन्हें तीन माह तक क्वार्टर में रहने की सुविधा, आजीवन मेडिकल सुविधा का लाभ देने की भी घोषणा की।
मुझे खुशी है कि हमारी पहल से दूसरी कंपनियों ने ली प्रेरणा : श्रीवर
श्रीवर का कहना है कि मुझे खुशी है कि हमारी छोटी सी पहल का वैश्विक स्तर पर कई कंपनियों ने प्रेरणा ली और उसे अपने यहां कई सुधार के साथ क्रियान्वित भी किया। श्रीवर कहते हैं कि कोविड पॉलिसी की घोषणा के बाद उन्हें एक कर्मचारी का मैसेज आया। जिसमें कर्मचारी ने कहा कि अब कोरोना से कंपनी कोई और कर्मचारी को नहीं खोएगी। वाकई ऐसा ही हुआ। पॉलिसी की घोषणा के बाद एक भी कर्मचारी की मौत नहीं हुई। क्योंकि कोविड से ज्यादा कर्मचारियों को इस बात का डर कमजाेर कर रहा था कि उनके नहीं रहने पर परिवार का गुजारा कैसे होगा। लेकिन पॉलिसी की घोषणा होते ही उनके मन में जो डर था वह पूरी तरह से खत्म हो गया।