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Tata Motors में 95 कर्मचारियों ने लिया वीआरएस, अब अधिकारियों पर नजर

VRS in Tata Motors.टाटा मोटर्स में कर्मचारियों व अधिकारियों के लिए वीआरएस-20 आया है। इसकी शुरुआत एक दिन पूर्व शुक्रवार को कर दी गई है। अब इसमें कंपनी कर्मचारियों के साथ-साथ यहां के अधिकारियों पर भी नकेल कसना शुरू होगा।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sat, 12 Dec 2020 12:35 PM (IST)Updated: Sat, 12 Dec 2020 12:35 PM (IST)
Tata Motors में 95 कर्मचारियों ने लिया वीआरएस, अब अधिकारियों पर नजर
दस दिसंबर तक कर्मचारियों के लिए ईएसएस- अर्ली सेपरेशन स्कीम आया था।

जमशेदपुर, जासं।  कोरोना का असर कम होते ही कल-करखानों में लागत नियंत्रण का दौर शुरू हो गया है। मैनपावर नियंत्रण का मामला हो या फिर फिजूलखर्जी पर रोक लगाने की बात, सभी जगह कटौती फार्मूला लागू है। कम लागत में कैसे ज्यादा मुनाफा होगा इस दिशा में सभी जगह काम हो रहा है। शहर की सबसे बड़ी कंपनी टाटा स्टील में पहले कर्मचारियों की संख्या को कम करने की प्रक्रिया शुरू हुई।

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इसी क्रम में अब वाहन उद्योग में अग्रणी टाटा मोटर्स के जमशेदपुर प्लांट में भी कर्मचारियों की संख्या को कम करने की जुगात लगाई गई है। अभी कोविड-19 पूरी तरह समाप्त भी नहीं हुआ कि यहां कर्मचारियों को छंटनी करने की प्रक्रिया शुरू हो गई। पहले 27 नवंबर से दस दिसंबर तक कर्मचारियों के लिए ईएसएस- अर्ली सेपरेशन स्कीम आया। अब शुक्रवार से वीआरएस- वोलंटियरी रिटायरमेंट स्कीम शुरू है।

कर्मचारियों व अधिकारियों के लिए आया वीआरएस-2020

टाटा मोटर्स में कर्मचारियों व अधिकारियों के लिए वीआरएस-20 आया है। इसकी शुरुआत एक दिन पूर्व शुक्रवार को कर दी गई है। अब इसमें कंपनी कर्मचारियों के साथ-साथ यहां के अधिकारियों पर भी नकेल कसना शुरू होगा। शनिवार से अधिकारियों को चिन्हित करने का काम किया जाएगा। टाटा मोटर्स में अभी तक 95 कर्मचारियों ने स्वेच्छा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना के लिए आवेदन जमा कर चुके हैं। इसके लिए कर्मचारियों पर किसी तरह का दबाव नहीं है। संबंधित विभाग के यूनियन नेता व अधिकारी कर्मचारियों को योजना का लाभ बताते हैं तथा उसे प्रभावित होने वाले कर्मचारी ही आवेदन जमा करते हैं।

प्रदर्शन के आधार पर होंगे चिन्हित

कर्मचारियों की कार्य क्षमता व प्रदर्शन का आकलन की तरह ही कंपनी के अधिकारियों की कार्यकुशलता का मापदंड रहेगा। पिछले एक साल में अधिकारी का कैसा प्रदर्शन रहा, कार्य शैली कैसी रही, विभागीय प्रमुख अधिकारी से कितने संतुष्ट हैं इन सारी बिंदुओं को देखते हुए अधिकारियों का चयन होगा। फिर संबंधित अधिकारी को योजना में शामिल होने के लिए सलाह दी जाएगी।


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