Fani ने छीना आशियाना, खुले में हैं झारखंड के पूर्वी सिंहभूम के 76 परिवार
चक्रवात फणि ने जिले के ग्रामीण इलाकों में भारी तबाही मचाई है। जिले के छह प्रखंडों में 76 घर तबाह हो गए और बहरागोड़ा में 20 हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई है।
जमशेदपुर,मुजतबा हैदर रिजवी। झारखंड के पूर्वी सिंहभूम के धालभूमगढ़ के चुकरीपाड़ा गांव के मंटू मानकी का घर फणि चक्रवात की भेंट चढ़ गया है। घर बचा ही नहीं। मंटू खुले आसमान के नीचे पन्नी तान कर किसी तरह गुजर बसर कर रहा है। मेहनत मजदूरी कर जिंदगी चलाने वाले मंटू को अब घर बनाने का टेंशन है। इस गांव में घर को लेकर अकेला मंटू परेशान नहीं है। 20 और लोग भी बेघर हो कर खुले में पड़े हुए हैं। सब की जिंदगी दुश्वार है। मेहनत-मजदूरी कर रोज कमाने-खाने वाले ये लोग इंतजार कर रहे हैं कि कब सरकारी मदद मिले और वो अपना आशियाना बना सकें।
चक्रवात फणि ने जिले के ग्रामीण इलाकों में भारी तबाही मचाई है। जिले के छह प्रखंडों में 76 घर तबाह हो गए और बहरागोड़ा में 20 हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई है। मकान ढह जाने से धालभूमगढ़ और बहरागोड़ा में 10 परिवार खुले आसमान के नीचे रह रहे हैं। बहरागोड़ा और धालभूमगढ़ प्रखंडों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। धालभूमगढ़ के चुकरीपाड़ा गांव में सबसे अधिक तबाही हुई है। इस अकेले गांव के 21 घर तूफान में उड़ गए हैं। रामचंद्र मान्ना, टुसूमनी टुडू, सबान टुडू, रमेश मानकी, उपकांता मान्ना, चूनु मुंडा, कुनाराम मुंडा, मतिलाल मान्ना, गोकुल मान्ना, चुनीलाल मान्ना, जगन्नाथ गोप, परमेश्वर गोप, गणेश चंद्र सिंह, उपकांत मानकी, वंशी मानकी, खगेन मानकी, दुर्लभ चंद्र मांडी, दीकूराम मांडी, सुबोध मांडी और गौरी पातर किसी का घर नहीं बचा। ये सब खुले में चूल्हा फूंक रहे हैं। किसी ने पन्नी तान रखी है तो कोई पंचायत के सामुदायिक भवन में पड़ा है। गांव के सोनाराम बताते हैं कि अधिकारी आए थे सिर्फ नाम लिख कर चले गए हैं। किसी तरह की कोई मदद अब तक नहीं मिली है।
सरकार से मांगे गए 13 लाख रुपये
चक्रवात फणि पीडि़तों को सरकार से 12 लाख 91 हजार 200 रुपये मिलेंगे। पूरी तरह गिर गए 10 मकानों के मालिकों को 9 लाख 50 हजार मिलेंगे। एक मकान के लिए 95 हजार रुपये मिलेंगे। 66 आंशिक रूप से तबाह मकान की मरम्मत के लिए दो लाख 11 हजार 200 रुपये दिए जाएंगे। एक मकान के लिए सरकार 3200 रुपये देगी। बहरागोड़ा में किसानों की नष्ट 20 हेक्टेयर फसल के लिए एक लाख 30 हजार रुपये मिलेंगे। एक हेक्टेयर के बदले 6500 रुपये दिए जाते हैं।
सरकार को भेजा गया है प्रस्ताव
फणि से नुकसान का आकलन कर गृह विभाग को प्रस्ताव भेज दिया गया है। सरकार से मुआवजा आने के बाद सभी पीडि़तों को उचित मुआवजा दिया जाएगा।
-सौरभ कुमार सिन्हा, एडीसी पूर्वी सिंहभूम
कहां कितने घर क्षतिग्रस्त
प्रखंड, आंशिक नुकसान, पूर्ण नुकसान
पोटका- पांच घर, शून्य
घाटशिला-तीन घर, शून्य
मुसाबनी-दो घर, शून्य
डुमरिया-तीन घर, शून्य घर
धालभूमगढ़- 12 घर, नौ घर
चाकुलिया- छह घर, शून्य
बहरागोड़ा- 32 घर, शून्य
गुड़ाबांधा- तीन घर, एक घर
कुल- 66 घर, 10 घर
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