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Jharkhand :चाईबासा में कस्तूरबा विद्यालय की 243 छात्राएं फूड प्‍वाइजनिंग से पड़ी बीमार Jamshedpur News

कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय चाईबासा में 243 छात्राएं फूड प्‍वाइजनिंग से बीमार पड़ गईंं। सदर अस्पताल में 73 विद्यालय में 150 परीक्षा केंद्र में 20 छात्राओं का इलाज क‍िया गया।

By Vikas SrivastavaEdited By: Published: Fri, 14 Feb 2020 12:06 PM (IST)Updated: Fri, 14 Feb 2020 08:41 PM (IST)
Jharkhand :चाईबासा में कस्तूरबा विद्यालय की 243 छात्राएं फूड प्‍वाइजनिंग से पड़ी बीमार Jamshedpur News

चाईबासा/जमशेदपुर (जेएनएन)। पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा सदर प्रखंड के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की कुल 243 छात्राएं फूड प्वाइजि‍निंग के कारण बीमार हो गईं। इनमें गंभीर रूप से बीमार 73 छात्राएं चाईबासा स्थित सदर अस्पताल में भर्ती कराई गईं। जबकि, परीक्षा केंद्र एसपीजी मिशन स्कूल में बोर्ड परीक्षा दे रहीं 20 छात्राओं का इलाज किया गया।

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साथ ही, कस्तूरबा गांधी विद्यालय में 150 छात्राओं का इलाज मेडिकल टीम ने कैंप लगाकर किया। इलाज होने के तीन से चार घंटे बाद बीमार छात्राओं की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार आया। सिविल सर्जन डॉ. मंजू दुबे ने बताया कि 73 छात्राएं सदर अस्पताल में भर्ती हुई हैं। सभी का बेहतर इलाज किया जा रहा है। सभी की हालत बेहतर है।बीमार छात्राओं ने बताया कि गुरुवार की रात आलू व पत्ता गोभी की सब्जी एवं मसूर दाल के साथ बासी चावल खिलाया गया। खाने के दौरान कई छात्राओं ने शिकायत भी की, पर महिला सुरक्षा गार्ड ने धमका कर जबरन खाने के लिए बाध्य किया। कुछ छात्राओं ने बासी चावल नहीं खाया, इसलिए उनकी तबीयत ठीक थी। गुरुवार को मध्यरात्रि में करीब 12 बजे कई छात्राएं बीमार होने लगीं। वे उल्टी करने लगीं। 

कस्तूरबा विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही आई सामने  

विद्यालय प्रबंधन ने इस मामले को हल्के में लिया। सदर अस्पताल की दूरी विद्यालय से एक किलोमीटर होने के बावजूद ये छात्राएं रातभर स्कूल में ही तड़पती रहीं। सूचना वार्डन एवं शिक्षिकाओं को हुई, तो विद्यालय में ही सदर अस्पताल के एक डॉक्टर के कहने पर इलेक्ट्रॉल पाउडर एवं गर्म पानी देकर इलाज किया जाता रहा। जब यह कंट्रोल नहीं हुआ तो सुबह नौ बजे के बाद सदर अस्पताल से कई एंबुलेंस कस्तूरबा गांधी विद्यालय भेजे गए। गंभीर रूप से बीमार 73 छात्राएं सदर अस्पताल लाई गईं। उधर, मैट्रिक परीक्षा दे रहीं 20 छात्राएं भी बीमार हो गईं। इनमें दो गंभीर थीं। उन्हें भी सदर अस्पताल लाना पड़ा। बीमार छात्राओं के लिए जिला प्रशासन ने मेडिकल टीम की देखरेख में अलग से परीक्षा देने की व्यवस्था की। सूचना पर छात्राओं के स्वजन भी सदर अस्पताल पहुंचकर विभिन्न वार्डों में बेटियों को खोजने लगे। अस्पताल में कई स्वजन रोते बिलखते नजर आए। 

चाईबासा सदर अस्‍पताल में इलाजरत छात्राएं। 

ये कहते उपायुक्‍त

यह प्रथम द्रष्टयता फूड प्वाइजि‍निंग का मामला लगता है। इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जिसकी गलती होगी, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

- अरवा राजकमल, उपायुक्त, पश्चिमी सिहभूम।

चाईबासा सदर अस्‍पताल में इलाजरत छात्राएं। 

छात्राओं की स्थिति में सुधार

स्थिति कंट्रोल में है। छात्राओं का इलाज चल रहा है। स्थिति में सुधार भी आया है। किसी भी छात्रा की जान खतरे में नहीं है। 

- डॉ जगन्नाथ हेंब्रम, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सदर, चाईबासा। 

चाईबासा सदर अस्‍पताल में इलाजरत छात्राएं। 

चाईबासा सदर अस्‍पताल में इलाजरत छात्राएं। 

 

चाईबासा सदर अस्‍पताल में इलाजरत छात्राएं। 

चाईबासा सदर अस्‍पताल में इलाजरत छात्राएं। 

चाईबासा सदर अस्‍पताल में पहुंचे पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी। 

चाईबासा सदर अस्‍पताल में पहुंचे छात्राओं के परिजन। 

उपायुक्‍त ने दिए जांच के आदेश, 24 घंटे में मांगी रिपोर्ट

चाईबासा सदर अस्‍पताल पहुंचे उपायुक्‍त अरवा राज कमल। 

कस्‍तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद़यालय के छात्राओं के बीमार पड़ने की घटना को लेकर पश्चिमी ि‍सिंहभूम के उपायुक्‍त अरवा राजकमल ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्‍होंने मामले की जांच कर 24 घंटे में रिपोर्ट देने को कहा है। इस संबंध में उपायुक्‍त ने कहा कि जांच की रिपोर्ट मिलने के बाद उसके हिसाब से दोषी पाए जानेवालों पर कार्रवाई की जाएगी। 


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