Mangla Haat Jamshedpur : आज मुख्यमंत्री से मिलेंगे मंगलाहाट के दुकानदार, ये है खास वजह
Mangla Haat Jamshedpur. आमबगान मैदान के दुकानदार ने बताया कि यहां साकची के ही दुकानदार हैं। फिलहाल यहां 26 दुकानें लगी हैं धीरे-धीरे मंगलाहाट के सभी 586 दुकानदार यहां आएंगे। अभी यहां ग्राहक नहीं आ रहे हैं लेकिन उन्हें उम्मीद है कि धीरे-धीरे ग्राहक भी बढ़ेंगे।
जमशेदपुर, जासं। पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन लंबे समय से साकची बाजार को फुटपाथी दुकानदारों से मुक्त कराने की कवायद में जुटा है। इसमें कुछ हद तक सफलता मिलती दिख रही है, क्योंकि जिला प्रशासन यहां के फुटपाथी दुकानदारों को आमबगान मैदान में दुकान लगाने का आग्रह करता आया है।
करीब 15 दिन से यहां कुछ दुकानदार अपनी दुकान लगा भी रहे हैं, लेकिन ग्राहक नहीं आ रहे हैं। मंगलवार को सरस्वती पूजा के मौके पर इन दुकानदारों ने आपस में चंदा करके अपनी दुकानों के आसपास रंगबिरंगे बैलून सजाए, ताकि शहरवासियों को आकर्षित कर सकें। इन सबके बावजूद साकची बाजार में फुटपाथी दुकानें पहले की तरह लग रही हैं। इसमें यह सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर आमबगान मैदान में किन दुकानदारों ने दुकान लगाई है, क्योंकि मंगलाहाट के दुकानदार इसी संदर्भ में बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलने वाले हैं।
शिक्षित बेरोजगार मंगलाहाट दुकानदार संघ के अध्यक्ष शाही आदिल का कहना है कि आमबगान मैदान में साकची बाजार से वेंडिंग जोन बनाकर देने की मांग
मंगलाहाट का कोई दुकानदार नहीं गया है। जब तक जिला प्रशासन उन्हें अधिकृत रूप से वेंडिंग जोन बनाकर नहीं देता है, तब तक वे कहीं नहीं जाएंगे। आमबगान मैदान में जिन्होंने दुकान लगाई है, वे वैन, कार, टेंपो या आटो में फेरी लगाते हैं। उधर, आमबगान मैदान के दुकानदार ने बताया कि यहां साकची के ही दुकानदार हैं। फिलहाल यहां 26 दुकानें लगी हैं, धीरे-धीरे मंगलाहाट के सभी 586 दुकानदार यहां आएंगे। अभी यहां ग्राहक नहीं आ रहे हैं, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि धीरे-धीरे ग्राहक भी बढ़ेंगे।
स्ट्रीट वेंडर एक्ट लागू करने की मांग
मंगलाहाट दुकानदार संघ के अध्यक्ष शाही आदिल का कहना है कि वे जिला प्रशासन से झारखंड स्ट्रीट वेंडर एक्ट-2017 के तहत वेंडिंग जोन बनाकर देने की मांग कर रहे हैं। इस एक्ट में दुकान-बाजार के लिए स्थायी स्थान होगा। वहां स्ट्रीट लाइट के अलावा शौचालय व पेयजल की व्यवस्था भी होनी चाहिए। इसके बिना हम कहीं भी जाएंगे, तो सिवा लड़ाई-झगड़ा के कुछ भी हासिल नहीं होगा। आमबगान मैदान में राजनीतिक दलों की सभा-रैली होती रहती है। वहां दुर्गापूजा का आयोजन होता है। एक तरफ सरकारी स्कूल है, तो एक तरफ ईदगाह और मस्जिद है। हम किस-किस से लड़ते रहेंगे।