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ADL Society : जिसे बाहर किया उसी के साथ हो लिए एडीएल सोसाइटी के वर्तमान कमेटी मेंबर

ADL Society. एडीएल सोसाइटी के दोनों पदाधिकारियों के साथ आठ कमेटी मेंबरों का एक साथ दिखना एक नए समीकरण को जन्म दे रहा है। पहली बार सार्वजनिक मंच पर एक साथ वर्तमान कमेटी के पदाधिकारी भी विरोधी पक्ष के साथ खड़े दिखे।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Mon, 11 Jan 2021 01:51 PM (IST)Updated: Mon, 11 Jan 2021 01:51 PM (IST)
एडीएल सोसायटी कदमा की बैठक में उपस्थित कमेटी मेंबर। जागरणे

जमशेदपुर, वेंकटेश्वर राव।  एडीएल सोसाइटी कदमा के चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। हालांकि इसकी तिथि की घोषणा अभी नहीं हुई है। वर्तमान कमेटी का कार्यकाल 2020 के मई माह में ही समाप्त हो गया है। इसके बाद से ही चुनाव कराने की मांग उठती रही।

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बिष्टुपुर में इसे लेकर पहली बार सार्वजनिक मंच पर एक साथ वर्तमान कमेटी के पदाधिकारी भी विरोधी पक्ष के साथ खड़े दिखे। इस मंच की सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि जिसे वर्तमान कमेटी ने चुनाव जीतने के बाद अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया गया था, उसी कमेटी के तीन पदाधिकारी सहित आठ कमेटी मेंबर वाई ईश्वर राव के साथ खड़े दिखे। वह भी नई समिति के गठन को लेकर चुनाव की मांग को ले। यह मांग वर्तमान कमेटी के महासचिव मज्जी रवि कुमार से की गई।

ईश्‍वर राव को कमेटी ने कर दिया था बर्खास्‍त

मालूम हो कि वाई ईश्वर राव को एडीएल की वर्तमान कमेटी ने 21 नवंबर 2017 को विभिन्न कारणों से बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद एनवीआर मूर्ति को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया। उन्होंने कमेटी के कई पदाधिकारियों की क्रियाकलापों को देखते अपने पद से छह माह बाद ही इस्तीफा दे दिया। अब इन दोनों पदाधिकारियों के साथ आठ कमेटी मेंबरों का एक साथ दिखना एक नए समीकरण को जन्म दे रहा है।

ये थे कार्यक्रम में मुख्‍य आयोजक

इस कार्यक्रम के मुख्य आयोजक वाई ईश्वर राव, एनवीआर मूर्ति ही थे। इनके साथ वर्तमान कमेटी के कोषाध्यक्ष पी सिमाद्री, संयुक्त सचिव एम नागेश के अलावा आर संतोष कुमार, डी रामू, ई रवि कुमार, बीके राव, एम कमल कुमार, एम प्रशांत कुमार, एन रामकृष्णा, जे शंकर राव, एम रवि प्रकाश विशेष तौर पर उपस्थित थे। 

हाईकोर्ट में है मामला, नहीं हुआ ऑडिट : महासचिव

एडीएल सोसाइटी के वर्तमान कमेटी के महासचिव मज्जी रवि कुमार ने चुनाव नहीं कराने के पीछे सवाल पर उन्होंने कहा कि पुरानी कमेटी की मान्यता व नई कमेटी की मान्यता का मामला हाईकोर्ट में लंबित है। इसके अलावा साकची से कदमा शिफिटंग में कई तरह के कार्य हुए। इस कारण इंटरनल ऑडिट नहीं हो पाया। इंटरनल ऑडिट जब तक नहीं होगा, तब तक एजीएम भी नहीं हो सकता। इसकी जानकारी ट्रस्टी आदि नारायण राव व बीएस राव को लिखित रूप से दे दी गई है। इस कारण उनकी ओर से चुनाव प्रक्रिया प्रारंभ नहीं हो पाई है। ट्रस्टी अगर चाहे तो चुनाव प्रक्रिया प्रारंभ कर सकते हैं।


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