CAT Result 2020 : नैंसी के लिए कोरोना बना वरदान, आदित्य ने दूसरे प्रयास में भी पाई सफलता
CAT Result 2020. कैट का रिजल्ट उन छात्रों के लिए सीखने का संदेश दे गया जो धैर्य नहीं रख पाते। टाटा स्टील और टाटा मोटर्स में काम करते हुए सफलता पाने वाले आदित्य और नैंसी इसके उदाहरण हैं। साइ सिद्धार्थ ने तो कैट के लिए नौकरी ही छोड़ दी थी।
जमशेदपुर, जासं। टाटा स्टील के अधिकारी के रूप में कार्यरत आदित्य कुमार सिन्हा ने कैट की परीक्षा दूसरे प्रयास में भी सफलता प्राप्त की। उसे दूसरी बार 99.97 परसेंटाइल प्राप्त हुआ। अपनी सफलता को लेकर उन्होंने कहा कि वह आइआइएम के शीर्ष संस्थानों में दाखिला ले।
यही कारण है कि पिछले साल 99.60 परसेंटाइल मिलने के बाद भी किसी आइआइएम में एडमिशन नहीं लिया। इस परीक्षा को पास करने के लिए समय प्रबंधन बेहतर तरीके से किया था। नौकरी व अध्ययन का कार्य दोनों कर सका। आदित्य धनबाद के रहनेवाले हैं। पिता मनींद्र नारायण दराद टाटा स्टील में धनबाद में कार्यरत हैं, वहीं माता बबीता दराद गृहिणी है। आदित्य ने कहा कि उन्होंने आइआइटी रुड़की से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया हुआ है।
टाटा मोटर्स की नैंसी के लिए कोरोना बना वरदान
टाटा मोटर्स की सीनियर मैनेजर नैंसी जैन के लिए कोरोना वरदान बन गया। वर्क फ्रॉम होम के कारण कैट की परीक्षा की तैयारी अच्छी तरीके से हो पाई। उसे कैट की परीक्षा में 99.72 परसेंटाइल प्राप्त हुआ। टेल्को टाटा मोटर्स में नैंसी ने ग्रेजुएट इंजीनियर ट्रेनी के रूप में बहाली वर्ष 2019 में हुई थी। उसे 2020 अगस्त में प्रोन्नति देकर पटना में सीनियर मैनेजर के पर पदस्थापित किया गया है। वह मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली है। उसके पिता सतीश जैन व्यवसायी हैं। मां ऊषा जैन गृहणी है। नैंसी ने बताया कि अहमदाबाद, बंगलुरु व कोलकाता में से किसी एक प्रबंधन संस्थान से दाखिला लेगी। उन्होंने वर्क फ्रॉम होम ने इस परीक्षा की तैयारी में अच्छी मदद की। सुबह भी पढ़ने का मौका मिला और रात को भी।
कैट के लिए एनआइटी के पूर्व छात्र ने छोड़ दी कैब जेमिनी की नौकरी
पिता के साथ साइ सिद्धार्थ ।
एनआइटी के पूर्व छात्र आंध्र प्रदेश के साइ सिद्धार्थ ने कैट की पढ़ाई के लिए कैब जेमिनी की नौकरी छोड़ दी और सफलता प्राप्त की। इस छात्र ने दूसरी बार कैट की परीक्षा दी। शनिवार को घोषित परीक्षाफल में उसे 99.82 परसेंटाइल प्राप्त हुआ। वर्ष 2018 के परीक्षाफल में उसे 99.35 परसेंटाइल प्राप्त हुआ था। उसके पिता सत्य नारायण व्यवसाई है। मां भगवती गृहणी है। अन्य टॉपर छात्रों की तरह सिद्धार्थ भी शीर्ष प्रबंधन संस्थानों से प्रबंधन की पढ़ाई करेगा। वह आइआइएम अहमदाबाद व कोलकाता में नामांकन का प्रयास करेंगे।