पुलिस सतर्क नहीं हुई तो हो सकता खूनी टकराव
ब्राउन शुगर के धंधे को लेकर गुरुवार को आदित्यपुर मुस्लिम बस्ती में मारपीट जानलेवा हमला और फायरिग के बाद भी अगर पुलिस सतर्क नहीं हुई तो और बड़ी वारदातें हो सकती हैं। इसे रोकने के लिए इसमें शामिल बदमाशों को गिरफ्तार करना जरूरी है।
संसू, आदित्यपुर : ब्राउन शुगर के धंधे को लेकर गुरुवार को आदित्यपुर मुस्लिम बस्ती में मारपीट, जानलेवा हमला और फायरिग के बाद भी अगर पुलिस सतर्क नहीं हुई तो और बड़ी वारदातें हो सकती हैं। इसे रोकने के लिए इसमें शामिल बदमाशों को गिरफ्तार करना जरूरी है।
डॉली का पति कादिम हो या डॉली का भाई। सबकी आपराधिक गतिविधि रही है। इससे पहले भी मुस्लिम बस्ती में गैंगवार हुआ था, जिसमें मुन्नी व लाला के अलावा कुदुस दंपती पर भी जानलेवा हमला किया गया था। जबरदस्त मुनाफे वाले ड्रग्स के धंधे में हर कोई डुबकी लगाना चाहता है। फायरिग में घायल रमजान अली उर्फ चौधरी की पत्नी ने कहा कि सद्दाम और कादिम को यह शक हैं कि डॉली परवीन को उन्होंने ही गिरफ्तार कराया था। इसके बाद से विवाद होने लगा। बताया कि कादिम हाफ पैंट पहने हुए बस्ती पहुंचा। वह बस्ती में बैठा था कि उसे देखते ही कादिम ने गोली चला दी। उसके बाद सारे लोग फरार हो गए।
इधर, कादिम पक्ष का कहना है कि डॉली का भाई मेहंदी हसन अपने भाई रमजान अली उर्फ चौधरी, शब्बीर के सहयोग से इस धंधा पर कब्जा करना चाहता है। यह बात डॉली के पति कादिम को नागवार गुजरी तो उसने विरोध शुरू किया और विवाद गहराने लगा।
जानकार बताते हैं कि कादिम के सह पर उसके भाई सदाम, औरंगजेब ने मेहंदी के ग्राहकों की बस्ती में पिटाई करता था। ब्राउन शुगर छीन लेते थे, जिसके बाद डॉली के सभी भाई विरोध पर उतर आए। अपराधियों के बीच टकराव के कारण इलाके में दहशत है। कादिम गुरुवार को ओडिशा में अपनी मां से मिलकर लौटा था। सालों ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया। इधर, सूचना पाकर थाना प्रभारी राजेंद्र प्रसाद महतो अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। छापेमारी की, लेकिन कोई हाथ नहीं लगा।
---------------
सरायकेला जेल ब्रेक की घटना में 11 बंदियों के साथ कादिम भी हुआ था फरार
कादिम के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह सरायकेला जेल ब्रेक की घटना में 11 बंदियों के साथ भागा था। 9 मार्च 2014 को लाला की हत्या, जुगसलाई थाना क्षेत्र में शहजादा की हत्या, आदित्यपुर इमली चौक पर 2006 में फायरिग के मामले उसके खिलाफ दर्ज हैं। 7 मई 2014 को अपने साथियों के साथ गिरफ्तार हुआ था। ओडिशा में भी उसके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। डॉली के भाई रमजान अली उर्फ चौधरी पर ब्राउन शुगर बेचने, चोरी, आर्म्स एक्ट, फायरिग की प्राथमिकी दर्ज हैं।