Crime News : राजनगर में दिनदहाड़े बंधन बैंक के एजेंट से 65 हजार रुपए की लूट
Crime News हाता-चाईबासा मुख्य मार्ग पर घात लगाए अपराधियों ने विश्वजीत की मोटरसाइकिल को गिरा दिया और लूट को अंजाम दिया।
सरायकेला/जमशेदपुर (जेएनएन)। कोल्हान प्रमंडल के सरायकेला जिला अंतर्गत राजनगर थाना क्षेत्र में अपराधियों ने दिनदहाड़े बंधन बैंक के एजेंट से लूट की घटना को अंजाम दिया है। घटना के बाद अपराधी भागने में सफल हो गए। घटना शुक्रवार को दोपहर डेढ़ बजे की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया प्रखंड के पुरानापानी गांव के रहने वाले विश्वजीत महतो शुक्रवार को राजनगर थाना क्षेत्र के हेंसल गांव आया था। वह बंधन बैंक में एजेंट का काम करता है और पूर्व की तरह ही शुक्रवार को भी हेंसल एवं पाटा हेंसल गांव की महिला समूह से ऋण का पैसा वसूली कर जमशेदपुर वापस लौट रहा था।
पहले से घात लगाए हुए थे लुटेरे
हेंसल से कुछ ही दूर निकला था कि हाता-चाईबासा मुख्य मार्ग पर स्थित छोटानागपुर कॉलेज के समीप पहले से घात लगाए अपराधियों ने पीछा करते हुए विश्वजीत की मोटरसाइकिल को पीछे पकड़ लिया जिससे अनियंत्रित होकर विश्वजीत सड़क पर गर गया। अपराधियों ने तुरंत विश्वजीत को पिस्टल सटाकर उससे रुपयों से भरे बैग छीना और हाता की ओर भाग निकले। इसके बाद भुक्तभोगी विश्वजीत ने राजनगर पुलिस स्टेशन में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ लूट का मामला दर्ज कराया है। उसने बताया कि अपराधी की संख्या चार थी। वे लोग दो मोटरसाइकिल पर सवार थे। इधर पुलिस मामले की तहकीकात में जुट गई है। आरोपियों की खोजबीन जारी है। शनिवार को डीएसपी मुख्यालय चंदन वत्स भी राजनगर थाना पहुंचे। थाना प्रभारी शम्भू शरण दास के साथ डीएसपी भी आरोपियों की तलाश में जुटी है। इधर समाचार लिखे जाने तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। लेकिन पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही आरोपी पुलिस के गिरफ्त में होंगे।
बंधन बैंक के एजेंटों से पहले भी हुई है इस तरह की लूट
राजनगर थाना क्षेत्र में दो तीन साल पहले भी इसी तरह बंधन बैंक के एजेंटों से लूट की वारदात हो चुकी है। हाता चाईबासा मुख्य मार्ग पर रोला गांव के समीप इसी तरह अपराधियों ने लूट की घटना को अंजाम दिया था। तब राजनगर क्षेत्र के विभिन्न गांव से ऋण का पैसा वसूली कर चाईबासा जा रहे दो एजेंटों से 70 हजार रुपए लूटी गई थी। ऐसे एजेंटों की अक्सर अपराधी रेकी करते रहते हैं। ये एजेंट सप्ताह पन्द्रह दिन में गांव गांव में बनाए गए महिला समूहों से पैसा कलेक्शन करने आते हैं। कलेक्शन करने के बाद ऑफिस में जमा करते हैं। जिससे अपराधी आसानी से इनकी रेकी कर पाते हैं और इस तरह की लूट को अंजाम देते हैं।