Coronavirus Lockdown Effect : लॉकडाउन से रद हो रही शादियां, बैंड बाजा की बुकिंग कैंसिल
Coronavirus Lockdown Effect. 15 से लेकर 20 अप्रैल तक कई शादियां तय थीं लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए लोगों ने शादी समारोह की तिथि को आगे बढ़ा दिया है।
जमशेदपुर, जासं। Coronavirus Lockdown Effect लॉकडाउन क्या हुआ बैंडपार्टी वालों की जैसे कमर ही टूट गई। 15 अप्रैल के बाद शुरू होने वाले लगन में भी बैंड बाजा के बुक किए गए आर्डर को रद कर दिया गया है। लॉकडाउन के कारण फूलों से विवाह स्थल को सजाने वालों की भी स्थित खराब हो गई है। पिछले करीब दो सप्ताह से फूल जमशेदपुर नहीं आ रहे हैं। ट्रेनों के बंद होने से कोलकाता के कालीघाट से लाए जाने वाले फूल अब टाटानगर नहीं पहुंच रहे हैं।
15 से 20 के बीच कई शादियां थीं, सबकी तिथियां आगे बढ़ीं
साकची स्थित गुलाब बैंड के संचालक महेंद्र भूमिज ने बताया कि 15 से लेकर 20 अप्रैल तक कई शादियां तय थीं, लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए लोगों ने शादी समारोह की तिथि को आगे बढ़ा दिया है और तय तिथि को रद कर दी गई। इसके कारण न ही बैंड बाजा बजेगा और न ही फूलों से महफिल सजेगी।
खेतीबाड़ी से करते हैं गुजारा
लगन को सीजन में बैंड बाजा बजाने के लिए बिहार से कलाकार जमशेदपुर आते हैं। लगन के बाद में ये कलाकार गांव लौट जाते हैं और वहां खेतीबाड़ी कर अपनी जीविका चलाने का काम करते थे। लेकिन अब यह कलाकार जल्दी गांव से लौटने वाले नहीं है। कई कलाकारों ने तो फोन कर अपने मालिक को कह दिया है कि जब तक कोरोना का कहर समाप्त नहीं होगा, तब तक वे लोग बैंड बाजा बजाने के लिए शहर नहीं आएंगे। ऐसे में बैंड संचालकों की आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगी है। इन संचालकों को एक मात्र सहारा तो लगन ही था। अब लगन में भी शादियां रद होने लगी है तो वे अपने परिवार को भरण पोषण कैसे करेंगे। गुलाब बैंड के संचालक महेंद्र भूमिज ने कहा कि लगन में बुक किए गए आर्डर रद होने लगे हैं। शादी की तिथियां आगे बढ़ने लगी है। लॉक डाउन व कोरोना महामारी ने कई परिवारों की आर्थिक स्थिति को बिगड़ा दिया है।
संक्रमण के खतरे को भांप बैंड बाजा बजाने वाले गांव हुए रवाना
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर गांव को सुरक्षित समझ कर बैंडबाजा बजाने वाले कलाकार बिहार के सिवान, समस्तीपुर का रुख कर चुके हैं। अब जब तक पूरी तरह से माहौल ठीक नहीं होगा यह कलाकार जमशेदपुर आने वाले नहीं है। ऐसे में कलाकारों के अभाव में बैंड बाजा बजाने वाले कोई नहीं होगा।
- 15 अप्रैल के बाद शुरू होने वाली लगन में भी बैंड बाजा के बुक किए गए आर्डर को रद कर दिया गया हैै
- 02 सप्ताह से जमशेदपुर में कहीं नहीं आ रहे हैं फूल
- बैंड बजाने वालों की बिगड़ी आर्थिक स्थिति
- दो सप्ताह बीत गए कोलकाता से नहीं आ रहा फूल
- ट्रेनों का परिचालन बंद होने से व्यापार पर पड़ रहा असर