Top Jamshedpur News of the day, 27th March 2020, लॉकडाउन, जुमे की नमाज, जांच रिपोर्ट, सफाईकर्मी
शहरों की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्र के लोग लॉकडाउन में ज्यादा समझदारी दिखा रहे हैं। शहर की मस्जिदों में जुमे की नमाज बंद कर दी गई है।
जमशेदपुर (जेएनएन)। लॉकडाउन के लिए शहर में सख्ती करनी पड़ रही है जबकि गांव के ग्रामीण समझदारी से अनुपालन कर रहे हैं। शहर मस्जिदों में शुक्रवार को नहीं हुई जुमे की नमाज, पांच वक्त की सामूहिक नमाजें भी बंद कर दी गई हैं। पूर्वी सिंहभूम से राहत की खबर यह है कि 57 संदिग्ध कोरोना की जांच में निगेटिव पाए गए हैं। एक ओर लोग जहां घरों में खुद को कैद रख रहे हैं वहीं दूसरी ओर सफाईकर्मी अपनी चिंता किए बगैर अपनी जिम्मेदारियों को अंजाम देने में जुटे हैं।
शहर में करनी पड़ रही सख्ती, ग्रामीण कर रहे लॉकडाउन का अनुपालन
कोरोना वायरस से संक्रमण से बचाव के लिए देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा के बाद शहरों में शासन को सख्ती बरतनी पड़ रही है जबकि गांवों में लोग स्वेच्छा से इसका अनुपालन करते दिख रहे हैं। कोल्हान के आधा दर्जन गांवों में बाहरी लोगों के लिए नो इंट्री घोषित की गई है। यहां तक कि बाहर से आनेवाले गांव के मूल निवासियों को भी पहले डॉक्टरी जांच और परामर्श लेनी पड़ रही है। जमशेदपुर शहर से सटे देवघर गांव में संक्रमण को रोकने के लिए ग्रामीणों ने शुक्रवार को बेरीकेटिंग की। रांची-टाटा राष्ट्रीय उच्च पथ से सटे समता नगर के लोगों ने भी अपने मोहल्ले में मुख्य रास्ते को बंद कर दिया है।
मस्जिदों में नहीं हुई जुमे की नमाज, पांच वक्त की सामूहिक नमाजें भी हुईं बंद
देशव्यापी लॉकडाउन के बीच शुक्रवार को झारखंड के कोल्हान की मस्जिदों में जुमे की नमाज सामूहिक रूप से नहीं पढ़ी गई। इस बाबत गुरुवार को ही अपील की गई थी कि सामूहिक नमाज की बजाय लोग अपने घरों में ही नमाज अता करें। वह भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए। इस अपील का शुक्रवार पूरी तरह असर भी दिखा। जमशेदपुर की मस्जिदों में शायद यह पहला शुक्रवार है जब जुमे की नमाज नहीं हुई। सुबह 10 बजे सभी मस्जिदों से ऐलान किया गया कि 14 अप्रैल तक के लिए मस्जिदें बंद कर दी गई हैं।ऐलान में कहा गया था कि मस्जिदों में न तो जुमे की सामूहिक नमाज होगी और ना ही रोज होने वाली पांच वक्त की।
पूर्वी सिंहभूम में राहत, 57 संदिग्ध जांच में पाए गए निगेटिव
कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर मचे कोहराम के बीच झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले से राहत भरी खबर है। इस जिले में अबतक 57 कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों की जांच में सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। गुरुवार को भी पांच संदिग्ध मरीजों का नमूना जांच के लिए एमजीएम कॉलेज के वायरोलॉजी लैब भेजा गया था। देर शाम में आई रिपोर्ट में सभी का निगेटिव निकला। इससे स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। हालांकि, शहर में संदिग्ध मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मुंबई, राजस्थान, बैंगलुरु, चेन्नई सहित विभिन्न प्रदेशों से पहुंचे संदिग्ध लगातार एमजीएम अस्पताल जांच कराने पहुंच रहे हैं। अब तक कुल 132 से अधिक लोग विदेश और देश के विभिन्न राज्यों से आए हैं, जिन्हें क्वारंटाइन में रखा गया है।
इन्हें गर्व है कि देशवासियों के काम आ रहे
मंगल, संतोष, सूरजमुनि और साबित्री। अब तक इनका काम इनकी रोजी-रोटी का साधन था। कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉकडाउन की घोषणा के बाद घरों में कैद लोग और सड़क पर निकले लोगों की खबर लेती पुलिस को देखकर इनको अपनी अहमियत समझ में आयी तो इनकी सोच बदल गई। अब उन्हें इल्म हो चला है कि अबतक जो कर रहे थे वह खुद और अपने परिवार की पेट की खातिर नहीं बल्कि देश की खातिर था। देशवासियों के काम आने के गर्व की अनुभूति के साथ कहते भी हैं- हमे अपने और परिवार से ज्यादा देश की चिंता है। परिवार से बड़ा देश है। देशवासी हमारे लिए दुआ करेंगे तो हमारा और हमारे परिवार के लिए कुछ भी बुरा कैसे हो सकता है।