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माता लक्ष्मी ने महाराजा अग्रसेन को दिया था दर्शन : नर्मदा शकर

महाराजा अग्रसेन की 5143वीं जयंती के पर पूर्वी सिंहभूम जिला अग्रवाल सम्मेलन की ओर से शोभा यात्रा निकाली गई।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Sep 2019 07:00 PM (IST)Updated: Sun, 22 Sep 2019 06:43 AM (IST)
माता लक्ष्मी ने महाराजा अग्रसेन को दिया था दर्शन : नर्मदा शकर
माता लक्ष्मी ने महाराजा अग्रसेन को दिया था दर्शन : नर्मदा शकर

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : महाराजा अग्रसेन की 5143वीं जयंती के पर पूर्वी सिंहभूम जिला अग्रवाल सम्मेलन की ओर से साकची अग्रसेन भवन में तीन दिवसीय श्री अग्र भागवत कथा का शुभारंभ शुक्रवार से हुआ। कथावाचक आचार्य नर्मदा शकर ने व्यासपीठ से अग्र भागवत कथा का भक्तों को रसपान कराते हुए महाराजा अग्रसेन का जन्म, ऋषि के आश्रम में शिक्षा प्राप्त करने, महाभारत युद्ध में योगदान, 1100 दिनों तक माता लक्ष्मी की आराधना और माता द्वारा महाराजा अग्रसेन को दर्शन देने आदि प्रसंगों की कथा सुनाई। कहा कि भगवान अग्रसेन का संबंध भगवान राम और श्रीकृष्ण दोनों से है। ये ऐसे महाराज हैं जिनका जन्म सूर्यवंश में हुआ और श्रीकृष्ण की कृपा भी उन्हें प्राप्त हुई।

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श्रीकृष्ण ने अग्रसेन को वरदान दिया कि कलयुग में धर्म और पुरुषार्थी पुरुष के रूप में पूजे जाओगे। अग्र भागवत कथा कोई नई नहीं है। यह अत्यंत प्राचीन है। सभी बड़े अनुष्ठान भगवान की कृपा से ही संभव हैं। यह मानव जीवन भी भगवान की कृपा का ही प्रसाद है। अग्र भगवत कथा सुनने से पूर्व श्रीमद्भागवत को प्रणाम करना पड़ेगा। इसी का ही अगला भाग अग्र भागवत कथा है। यह कथा पुरुषार्थ जागृत करने वाली है। अग्रसेन भगवान ने जीवन भर पुरुषार्थी बनकर अपने जीवन को तपाया।

आचार्य ने भागवत कथा को भगवान का स्वरूप बताते हुए कहा कि श्रीकृष्ण को जानने वाला ही अग्र भागवत को जान सकता है। भागवत कथा का अर्थ केवल भगवान को जानना ही नहीं बल्कि मनुष्य का भगवान से संबंध बनाने का कार्य भागवत कथा ही करती है। दुनिया में ऐसा कोई साबुन नहीं है जो मन को स्वच्छ कर सके। भागवत कथा के श्रवण, सत्संग से ही मन को स्वच्छ बनाया जा सकता है।

इससे पहले साकची ठाकुरबाड़ी मंदिर में अग्र भागवत की पूजा-अर्चना की गई। इसके बाद शोभा यात्रा निकाली गई जो अग्रसेन भवन आकर संपन्न हुई। शोभा यात्रा में फूलों से सजे खुले वाहन पर कथावाचक आचार्य नर्मदा शकर अग्र भागवत को लेकर विराजमान थे। शोभा यात्रा अग्रसेन भवन पहुंचने पर मुख्य अतिथि अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल शरण गर्ग एवं विशिष्ट अतिथि संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बसंत कुमार मित्तल, समाजसेवी राधेश्याम अग्रवाल, रामकृष्ण चौधरी एवं दीपक भालोटिया ने भगवन अग्रसेन की पूजा कर पुष्पाजंलि दी। साथ ही व्यासपीठ का पूजन किया। कथावाचक आचार्य नर्मदा शकर ने सभी अतिथियों को सम्मानित किया। कथा के संयोजक ओमप्रकाश रिंगसिया हैं। भागवत कथा के दौरान मारवाड़ी युवा मंच स्टील सिटी सुरभि शाखा की महिलाओं ने कथा पर आधारित झाकिया प्रस्तुत कर खूब तालिया बाटोरी। यजमान अरुण बाकरेवाल, केदारमल पालसानिया, सुभाष साह, राजेंद्र मोदी, सुनील अग्रवाल, कैलाश अग्रवाल, महावीर अग्रवाल आदि थे।


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