टाटा मोटर्स कर्मियों को दिए आपदा प्रबंधन के टिप्स
एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचक बल) पटना की टीम ने टाटा मोटर्स लिमिटेड के कर्मियों को आपदा प्रबंधन के अलग-अलग पहलुओं पर टिप्स दिए। उन्हें बताया गया कि कब कहां क्या किया जाना चाहिए। इसी के साथ तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम खत्म हो गए। इस मौके पर प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट भी बांटे गए।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचक बल) पटना की टीम ने टाटा मोटर्स लिमिटेड के कर्मियों को आपदा प्रबंधन के अलग-अलग पहलुओं पर टिप्स दिए। उन्हें बताया गया कि कब कहां क्या किया जाना चाहिए। इसी के साथ तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम खत्म हो गए। इस मौके पर प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट भी बांटे गए।
प्रशिक्षण के दौरान एनडीआरएफ टीम ने टाटा मोटर्स के कर्मियों को प्रथम चिकित्सा उपचारक, ध्वस्त ढांचा खोज, बचाव तकनीक, सर्पदंश प्रबंधन, पानी में डूबे हुए व्यक्ति का अस्पताल और पूर्व चिकित्सा व रासायनिक आपदा रिस्पांस तकनीक के बारे में जानकारी दी गई। एनडीआरएफ का ये तीन दिवसीय प्रशिक्षण टाटा की कई कंपनियों में दिया गया। शनिवार को एनडीआरएफ ने टाटा मोटर्स में आपदा प्रबंधन की ट्रेनिंग दी। समापन समारोह को संबोधित करते हुए एनडीआरएफ के कमांडेंट विजय सिन्हा ने बताया कि आपदा से निपटने के लिए हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए। आपदा से निपटने के लिए जागरूकता, तैयारी, प्रशिक्षण मॉक ड्रिल बेहद जरूरी है। आपदा प्रबंधन बेहद जरूरी है। अगर कर्मचारी आपदा प्रबंधन के बारे में जानकारी रखते हैं तो इससे बड़ी आपदा दूर होगी। आपदा से हमें घबराना नहीं चाहिए। धैर्यपूर्वक काम करना चाहिए। ऐसे में अफवाहों से बचना चाहिए। टाटा मोटर्स के हेड एडमिनिस्ट्रेशन और सिक्योरिटी विकास बरार ने कहा कि आपदा प्रबंधन पर आधारित तीन दिनी प्रशिक्षण कार्यक्रम काफी फायदेमंद रहा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने आपदा की ट्रेनिंग ली है वो अधिक से अधिक कर्मियों के साथ इस तकनीक को साझा करें। निरंतर आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में जानकारी बढ़ाने की कोशिश करें।