राशन दुकान संस्पेंड, अभिकर्ताओं से सूद समेत वसूली
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : आरटीआइ कार्यकर्ता सुभाष मित्तल का उपायुक्त कार्यालय के सामने 222 दिनों स
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : आरटीआइ कार्यकर्ता सुभाष मित्तल का उपायुक्त कार्यालय के सामने 222 दिनों से चल रहा धरना रंग लाया। एसओआर बिंदेश्वरी ततमा की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद उपायुक्त डा. अमिताभ कौशल ने इसका बारीकी से अध्ययन करने के बाद आरोपियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। उपायुक्त ने वित्त साल 14-15 में बनाई गई दो पीसीसी रोड में फ्लैंक में मिट्टी नहीं भरने पर अभिकर्ताओं से 11 हजार 922 रुपये की सूद समेत वसूली का आदेश बीडीओ पारुल सिंह को दे दिया है। यही नहीं, उपायुक्त के आदेश के बाद विशिष्ट अनुभाजन अधिकारी बिंदेश्वरी ततमा ने जय अंबे स्वयं सहायता समूह द्वारा चलाई जा रही जन वितरण प्रणाली की दुकान सस्पेंड कर दी है। उपायुक्त ने सभी मामलों में कार्रवाई कर अफसरों से 17 फरवरी तक रिपोर्ट मांगी है।
सुरेश निषाद की पत्नी संतोषी देवी आंगनबाड़ी सेविका हैं। वह जय अंबे स्वयं सहायता समूह की सचिव भी हैं। जबकि, नियमानुसार वह दो लाभ नहीं ले सकतीं। एसओआर जब इस प्रकरण की जांच करने गए थे तो उन्होंने तथ्य छिपाने की नाकाम कोशिश की थी। पूछताछ में बताया था कि जय अंबे की सचिव सुरेश निषाद की मां संतरी बाई हैं। जबकि, दस्तावेज में जय अंबे की सचिव संतोषी देवी ही हैं। इस पर जय अंबे द्वारा चलाई जा रही जनवितरण प्रणाली की दुकान को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही शो-कॉज किया गया है कि क्यों न उनकी दुकान को रद कर दिया जाए। जवाब आने के बाद इस प्रकरण में आगे की कार्रवाई होगी। इसी तरह, योजना नंबर एक 2014-15 कमला देवी के घर से पाठक बाड़ी होते हुए चंदन दुबे के घर तक पीसीसी निर्माण और योजना नंबर दो 2014-15 दया दीदी के घर से जगदीश बागान होते हुए बसंत सिंह के घर तक पीसीसी पथ निर्माण में अभिकर्ता को फ्लैंक में मिट्टी नहीं भरने का कसूरवार पाया गया है। संवेदक ने पैसे की निकासी कर ली लेकिन मिट्टी भरने का काम नहीं किया। पहली योजना में 7788 रु और दूसरी योजना में 4124 रुपये की अनियमितता मिली है। इस पर संबंधित अभिकर्ताओं से 11922 रुपये की सूद समेत वसूली की जाएगी। इनमें से योजना संख्या एक के अभिकर्ता आंगनबाड़ी सेविका संतोषी देवी के पति सुरेश निषाद हैं। सुभाष मित्तल ने पिछले साल छह जुलाई को हुई जांच में सुरेश निषाद पर ही मजिस्ट्रेट के सामने मारपीट का आरोप लगाया था। इसके अलावा अशोक प्रसाद के घर के सामने रखे नीम के पेड़ के मामले में भी वन प्रमंडल अधिकारी को उचित कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
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आंगनबाड़ी की नौकरी पर भी खतरा
उपायुक्त ने जिला समाज कल्याण अधिकारी रंजना मिश्रा को आंगनबाड़ी सेविका संतोषी देवी पर तथ्यों को छिपाने और आंगनबाड़ी सेविका होने के साथ ही साथ जनवितरण प्रणाली की दुकान भी चलाने के आरोप में कार्रवाई का आदेश दिया है। इस तरह, संतोषी देवी की सेविका की नौकरी भी खतरे में हैं। समाज कल्याण अधिकारी ने सीडीपीओ को मामले की जांच कर कार्रवाई करने को कहा है।
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प्रखंड सहकारिता अधिकारी से शो-कॉज
उपायुक्त ने जांच के दौरान विधि-व्यवस्था में बरती गई लापरवाही के आलोक में प्रखंड सहकारिता अधिकारी अनिल कुमार से जवाब तलब कर लिया है। उनसे प्रखंड विकास अधिकारी के जरिए अपना जवाब उपायुक्त तक पहुंचाने को कहा गया है। मामले की पहली जांच के दौरान प्रखंड सहकारिता अधिकारी अनिल कुमार को मजिस्ट्रेट बनाया गया था। जांच अधिकारी ने सुभाष मित्तल को मौके पर बुलाया था। लेकिन, मौके पर अनिल कुमार के सामने ही सुभाष मित्तल की पिटाई कर दी गई थी। इस मामले में अनिल कुमार पर कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप सुभाष मित्तल ने लगाया है।
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नीनू कुदादा भी जांच के दायरे में
सुभाष मित्तल ने पीसीसी सड़क में अनियमितता का आरोप लगाया है उसमें से एक की अभिकर्ता नीनू कुदादा हैं। वह तब पूर्वी बागबेड़ा पंचायत के 10 नंबर वार्ड की सदस्य थीं। अब वह उत्तरी पूर्वी पंचायत की मुखिया हैं। सुभाष मित्तल के नीनू के दो पंचायतों की मतदाता सूची में नाम होने के आरोप की जांच उपायुक्त ने निर्वाचक निबंधन अधिकारी सह अनुमंडल अधिकारी धालभूम को दी है। उनसे मामले में विधि सम्मत कार्रवाई करने को कहा गया है।