घाटशिला के 11 केंद्रों पर 1206 परीक्षार्थियों ने दी जेपीएससी की परीक्षा, 2070 अनुपस्थित
घाटशिला के 11 परीक्षा केंद्रों में रविवार को असैनिक सेवा प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा- 2021 कदाचार मुक्त माहौल में संपन्न हुआ। इन 11 सेंटर में आयोजित परीक्षा में कुल 3276 अभ्यर्थियो में 1206 उपस्थित रहे एवं 2070 अनुपस्थित रहे।
संवाद सहयोगी, घाटशिला : घाटशिला के 11 परीक्षा केंद्रों में रविवार को असैनिक सेवा प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा- 2021 कदाचार मुक्त माहौल में संपन्न हुआ। इन 11 सेंटर में आयोजित परीक्षा में कुल 3276 अभ्यर्थियो में 1206 उपस्थित रहे एवं 2070 अनुपस्थित रहे। असैनिक सेवा प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा घाटशिला कॉलेज, बीडीएसएल महिला इंटर कॉलेज, बीडीएसएल गर्ल्स हाई स्कूल, जगदीश चंद्र हाई स्कूल, संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर घाटशिला, केंद्रीय विद्यालय सुरदा, मारवाड़ी प्लस टू हिदी हाई स्कूल, हिदी मध्य विद्यालय, संत जोसेफ कॉन्वेंट हाई स्कूल काशिदा, श्री श्री विद्या मंदिर काशिदा, मैरीलेंड इंस्टीयूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनजमेंट गालूडीह के केंद्र में आयोजित की गई थी। परीक्षा को शांतिपूर्ण व कदाचार मुक्त माहौल में संपन्न कराने हेतु विधि व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम रहे। सभी परीक्षा केंद्रों में मजिस्ट्रेट व पुलिस बल के पदाधिकारी व जवान प्रतिनियुक्त किए गए थे। घाटशिला के अनुमंडल पदाधिकारी सत्यवीर रजक ने सभी परीक्षा केंद्रों में जाकर विधि व्यवस्था का अवलोकन किया। कुल 11 परीक्षा केंद्रों में जेपीएससी परीक्षा शांतिपूर्ण दो पालियों में संपन्न कराया गया। परीक्षा के दौरान सभी केंद्रों में शांति पूर्वक एवं कदाचारमुक्त परीक्षा संपन्न कराएं जाने हेतु प्रतिनियुक्त पर्यवेक्षक-सह-स्टैटिक दंडाधिकारी, उड़न दस्ता दंडाधिकारी एवं कुल 11 परीक्षा केंद्र के केंद्राधीक्षकोंसे संपर्क स्थापित कर समय-समय पर वस्तुस्थिति का जायजा लिया। झारखंड आंदोलनकारी रवि बेसरा का निधन : छमड़ाघुटु गांव निवासी झारखंड आंदोलनकारी रवि बेसरा का शनिवार को निधन हो गया। वे 55 साल के थे। वे कई सालों से बीमार चल रहे थे। वे अपने पीछे पत्नी, तीन बेटी व एक बेटा समेत भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं। रवि बेसरा झारखंड आंदोलनकारी सह आजसू के संस्थापक सूर्य सिंह बेसरा के छोटे भाई थे। रवि बेसरा सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाते रहे। दिव्यांगों के अधिकार के लिए लड़ते रहे। प्रखंड के कई दिव्यांगों को सरकारी सुविधाएं व पेंशन का हक दिलाया।