पुलिस कस्डटी में महिला की मौत, सदर थाने के बाथरुम में लगाई फासी
प्रेमी के साथ मिलकर की थी पति की हत्या, हत्या के बाद प्रेमी ने लगा ली थी फंासी।
चुरचू के आगो में अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या करने का था आरोप।
प्रेमी ने भी हत्या के बाद लगा ली थी फासी।
पूछताछ के नाम पर एक अप्रैल से हिरासत में थी महिला।
जागरण संवाददाता, हजारीबाग : चुरचू के आगो थाना के नवाडीह में प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति घनश्याम महतो की हत्या करने की आरोपी महिला मंजू देवी ने पुलिस कस्टडी में फासी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना सदर थाने की है। आरोपी मंजू महिला थाने के कस्डटी में थी और सुबह 8 बजे महिला कास्टेबल के साथ शौच के लिए बाथरुम गई थी। वहीं अपनी साड़ी से ही खिड़की की जाली में फंदा बना कर उसमें लटक गई। जबतक महिला कास्टेबल कुछ समझ पाती है तब तक काफी देर हो चुकी थी। महिला का शव को पोस्टमार्टम कराकर उसके गाव नवाडीह भेज दिया गया है। पुलिस ने इस बाबत यूडी केस दर्ज कर मामले की जाच शुरु कर दी है। हालाकि, इसमें मामले में पुलिसिया लापरवाही भी सामने आ रही है। एसपी अनिश गुप्ता ने इस मामले में लेकर स्पष्टीकरण पूछा है।
जानकारी के मुताबिक उसने अपनी पति की हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली थी। उसके निशानदेही पर प्रेमी द्वारा दिया गया मोबाइल भी बरामद किया है। सोमवार को उसे जेल भेजा जाना था लेकिन रात हो जाने के कारण मंगलवार सुबह उसे जेल भेजा जाना था लेकिन उसके पहले उसने आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना डीएसपी चंदन वत्स ने थाने पहुंचकर मामले की पड़ताल की। ज्ञात हो कि 28 मार्च की रात प्रेमी हुलास महतो उर्फ श्यामलाल महतो के फासी पर लटकने वक्त भी मंजू वहा मौजूद थी। पुलिस ने घटनास्थल से मंजू का चप्पल भी बरामद किया था। पुलिस का कहना है कि महिला को एक अप्रैल को हिरासत में लिया गया था लेकिन उसे सोमवार को भारत बंदी की वजह जेल भेजने में देरी हो गई। उसे मंगलवार को जेल भेजा जाना था। महिला ने आत्महत्या की है। परिजनों ने कोई आरोप नही लगाया है। वह अवसाद में थी। उसने हत्या की बात स्वीकार की थी। इस मामले में लापरवाही बरते वाले पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण मागा गया है। जाच में जो भी दोषी होंगे उसपर कार्रवाई होगी।
अनिश गुप्ता, एसपी।