बड़े भाई ने दर्ज कराई प्राथमिकी बकायेदारों पर हत्या का आरोप
48 घंटे बाद भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई पुलिस, हत्या है या आत्महत्या।
हजारीबाग, जेएनएन। हजारीबाग के महेश्वरी परिवार के छह लोगों की संदिग्ध हालात में हुई मौत के मामले में महावीर महेश्वरी के बड़े भाई सांवरमल महेश्वरी ने हत्या की आशंका जताते हुए सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। प्राथमिकी के लिए दिए गए आवेदन में उन्होंने बताया है कि कई लोगों ने महावीर महेश्वरी की ड्राई फ्रूट्स की दुकान से माल लेकर राशि का भुगतान नहीं किया। इससे महावीर का परिवार बड़े कर्ज में चला गया ।
ड्राई फ्रूट्स की दुकान महावीर महेश्वरी और उनके बेटे नरेश महेश्वरी मिलकर चलाते थे। सांवरमल महेश्वरी ने बकायेदारों पर ही हत्या की साजिश का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि बकायेदार लगातार पैसे देने में आनाकानी करते थे और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। इन लोगों द्वारा ही साजिश के तहत पूरे परिवार की हत्या की गई है।
परिजनों के मुताबिक ऐसे लोगों के पास करीब 50 लाख से अधिक का बकाया हो गया था। बहरहाल, हत्या की प्राथमिकी दर्ज तो हो गई है लेकिन पुलिस वारदात के 48 घंटे बाद भी इस नजीते पर नहीं पहुंच पाई है कि यह हत्या का मामला है या आत्महत्या का। दोनों बिंदुओं पर तफ्तीश जारी है। इधर, हजारीबाग के विधायक मनीष जायसवाल ने मुख्यमंत्री रघुवर दास से मुलाकात कर इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
हत्या की ओर इशारा करते अहम तथ्य
-शव जिस हालत में मिले वह आत्महत्या की परिस्थितियों से इतर हैं। नरेश महेश्वरी का ऊंचाई से कूदने पर भी वहां खून का न मिलना। फंदे से झूलते महावीर महेश्वरी का घुटना पलंग पर होना और ब्लेड से दस वर्षीय बच्चे की गर्दन की हड्डी कट जाना।
- भाई का यह प्राथमिकी दर्ज कराना कि देनदार 50 लाख दबाए बैठे थे।
आत्महत्या को इंगित करते महत्वपूर्ण बिंदु
-बैंक के डिफॉल्टर हो चुके थे। 34 लाख चुकाना था। कर्जदार पैसा नहीं चुका रहे थे, इस कारण मानसिक रूप से प्रताड़ित रहते थे। दो माह से अपनी दुकान बंद रखे हुए थे।
-घर में विरोध का कोई संकेत नहीं मिलना। छह हत्याओं की जिस तरह से प्लानिंग की गई है उसमें
काफी समय लगा होगा। कातिलों के लिए क्या यह संभव है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
-महावीर महेश्वरी का शव कमरे में झूलता मिला लेकिन दो घुटने बेड से लगे थे? विशेषज्ञ : ऐसा हत्या व आत्महत्या दोनों तरह के मामले में होता है।
-10 वर्षीय अमन की ब्लेड से गले की हड्डी कटी पाई गई है। यह संभव है। विशेषज्ञ : अमूमन ऐसा संभव नहीं है।
चूंकि बच्चा है, इसलिए हो सकता है।
-नरेश की मौत छत से कूदना बताया जा रहा है लेकिन शव के स्थान पर खून के कोई बड़े धब्बे नहीं मिले। इतनी ऊंचाई से गिरने के बाद भी सिर नहीं फटा?
विशेषज्ञ
कभी-कभी छत से गिरने से शरीर के अंग नहीं फटते हैं, जिसके कारण ब्लड बाहर नहीं आता है। लेकिन, ऐसा बहुत कम होता है।