सेंट्रल ओटी बंद, कैसे हो मरीजों का इलाज
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मेडिकल कालेज अस्पताल की स्थिति में सुधार नहीं, लाखों के उपकरण बेकार
संवाद सहयोगी हजारीबाग : शेख भिखारी मेडिकल कालेज अस्पताल की व्यवस्था में सुधार होता नहीं दिख रहा है। मरीजों को बेहतर इलाज नहीं मिल रहा है। मरीज यहां बड़ी उम्मीद से इलाज कराने आते हैं, लेकिन निराशा ही हाथ लगती है। इसका अंदाजा अस्पताल के केंद्रीय इमरजेंसी ओटी की हालत देखने से सहज ही लगाया जा सकता है। सीओटी को स्टोर बना दिया गया है। यहां ताला जड़ा हुआ है। इसका लाभ मरीजों को नहीं मिल रहा है। बताते चलें कि एनएच 33 व 100 हजारीबाग से होकर गुजरती है। हजारीबाग एवं आसपास के जिले के दुर्घटनाग्रस्त गंभीर मरीजों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल बनने से बेहतर व त्वरित उपचार मिलने की आस जगी थी। लेकिन हो रहा है ठीक उल्टा । आखिर जब केंद्रीय इमरजेंसी का ओटी ही कार्य के लायक नहीं है तो किसी गंभीर दुर्घटनाग्रस्त मरीज कैसे त्वरित व बेहतर इलाज मुहैया कराया जा सकता है। यहां केंद्रीय इमरजेंसी के एक बड़े से कमरे को इमरजेंसी आपरेशन थिएटर के रूप में विकसित किया गया था। इसमें जिला प्रशासन द्वारा डीएमएफटी फंड के लाखों की राशि से ओटी के लिए संसाधन उपलब्ध कराए थे। इस ओटी में दो एसी लगाए गए। एक कैजुअल्टी आपरेशन थिएटर के रूप में विकसित कर इसे संसाधन से लैस किया गया। लेकिन अस्पताल प्रबंधन की अक्षमता के कारण सीओटी अब बेकार पड़ा है। यहां अस्पताल के उपकरणों को डंप कर दिया गया है। सदर विधायक मीडिया प्रतिनिधि ने उठाई आवाज
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के केंद्रीय इमरजेंसी के सीओटी की कुव्यवस्था को लेकर सदर विधायक मनीष जायसवाल के मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने अस्पताल के अधीक्षक से मिल कर मामले को उठाया। इमरजेंसी ओटी को चालू करने की मांग की। सुपरिटेंडेंट और सर्जरी एचओडी ने विधायक मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी को आश्वस्त करते हुए कहा कि जल्द सीओटी को सुचारू किया जाएगा।
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पक्ष
मामले को लेकर सर्जरी एचओडी को निर्देश दिया गया है। जल्द ही इमरजेंसी सीओटी को प्रारंभ किया जाएगा - डा. विनोद कुमार, अधीक्षक एसबीएमसीएच