मनरेगा से जल संरक्षण को लेकर हुए कई कार्य
सहेज लोग बूंंद का लोगो इचाक प्रखंड में पदस्थापित बीपीओ राजीव आनंद ने पेश की मिसाल दो वर्षो
सहेज लोग बूंंद का लोगो
इचाक प्रखंड में पदस्थापित बीपीओ राजीव आनंद ने पेश की मिसाल
दो वर्षों में 1226 टीसीबी, 626 डोभा और की 200 मेढबंदी
गरीब कल्याण और जल शक्ति अभियान में जिले में रहे अव्वल
मासूम अहमद, हजारीबाग : जल संरक्षण को लेकर प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने एक एक बूंद को सहेजने का आह्वान लोगों से किया है। वहीं दूसरी ओर कुछ लोग व्यक्तिगत स्तर से तो कुछ लोग सरकारी व्यवस्था का हिस्सा बनकर इस अभियान में जुटे हैं। इस क्रम में कुछ लोग ऐसे भी है जो अपने अथक परिश्रम और कार्यशैली से जल सरंक्षण कार्य को एक आंदोलन का रूप दे रहे हैं। सरकारी तंत्र में शामिल ऐसे ही लोगों में शामिल हैं, हाल ही में हजारीबाग जिले के इचाक प्रखंड में पदस्थापित बीपीओ प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी राजीव आनंद। आनंद ने जल संरक्षण के क्षेत्र में अपने प्रयास से बेहतर काम किया है। मनरेगा योजनाओं को अपनी अलग कार्यशैली और अथक परिश्रम के बल पर अपने पिछले कार्यकाल यानी विष्णुगढ़ प्रखंड में अपनी पदस्थापना के दौरान जल संरक्षण के क्षेत्र में रिकार्ड उपलब्धि हासिल की। उनकी कार्यशैली और नेतृत्व क्षमता के कारण विगत चार वर्षों में मनरेगा के विभिन्न आयामों में उनके द्वारा चार गुणा की वृद्धि की गई। विष्णुगढ में पदस्थापना के दौरान विगत दो वर्षों में 1226 टीसीबी, 626 डोभा और 200 मेढबंदी की योजना को धरातल पर उतारा। पिछले वर्ष देशव्यापी लॉक डाउन के दौरान महानगरों से लौटे प्रवासी कामगारों में बीपीओ राजीव आनंद के अथक प्रयास से 15265 प्रवासी कामगारों को रोजगार उपलब्ध हुआ। वित्तीय वर्ष 2020-21 में 8, 38250 लाख मानव दिवस का सृजन करते हुए 20 करोड़ नौ लाख की राशि का व्यय किया गया। कुल 1413 परिवार को 100 का रोजगार प्रदान किया गया जिसमें महिला मजदूरों की भागीदारी 58 प्रतिशत रही जो जिले में सर्वाधिक थी। यानी जिले में साथ ही सबसे अधिक मानव दिवस सृजन, सबसे अधिक महिला मजदूरों को काम देना, सबसे अधिक परिवार को 100 दिन का काम देना, जीयो टैग प्रथम चरण में शत प्रतिशत उपलब्धि इनके खाते में गई। इतना ही नहीं उनके प्रयास से गरीब कल्याण अभियान और जल शक्ति अभियान में भी उनका प्रखंड जिले में अव्वल रहा। उनकी इस उपलब्धि के लिए उन्हें तत्कालीन कृषि मंत्री के हाथों प्रशस्ति पत्र भी प्राप्त हुआ।