झारखंडी एकता संघ मजदूरों के लिए बना मददगार
विष्णुगढ़ झारखंडी एकता संघ महाराष्ट्र के मुंबई व इसके आसपास के शहरों में फंस
विष्णुगढ़ : झारखंडी एकता संघ महाराष्ट्र के मुंबई व इसके आसपास के शहरों में फंसे विष्णुगढ़ समेत झारखंड के मजदूरों को खाने पीने की सुविधा उपलब्ध कराने में हरसंभव मदद करने में जुटा है। अभी भी मुम्बई में बड़ी संख्या में मजदूर फंसे हैं। उन्हें न खाने के लिए जरूरी के समान उपलब्ध है और न ही दूसरी सुविधा। लाक डाउन किए जाने पर एकाएक उनका कामधंधा भी छीन गया है। पास में उतने पैसे है नहीं कि वे मुम्बई में बिना काम किए दो जून की रोटी आसानी से जुगाड़ कर सके। ऐसे में रेल और वाहनों की परिचालन बंद होने से वे चाह कर भी घर वापसी करने में असमर्थ है। मुम्बई साउथ सेंट्रल, धारावी, चेंबूर, वाडाला, वासवी, अरोली, पनवेल, विला पार्ले, चांदीवली, कुर्ला, बांद्रा वेस्ट, जोगेश्वरी, गोरेगांव, वर्सोवा, अंधेरी वेस्ट, अंधेरी ईस्ट, दहीसेर, बोरेवली वेस्ट, कांदेवली, मलाट, घाटकोपर वेस्ट, घटकोपर ईस्ट, कोलोवा, मुंबादेवी आदि जगहों में बडी संख्या में मजदूर फंसे हैं।इसकी जानकारी पाए झारखंडी एकता संध के प्रवक्ता असगर खान ने अपने सहयोगियों विनोद यादव, रफीक अंसारी, समशुद्दीन अंसारी, कैलाश यादव, इरफान अंसारी, माथुर प्रसाद, लतीफ अंसारी, मुनीलाल , सतरा, असलम अंसारी, मसूद अंसारी, नूर अंसारी, जितेंद्र ठाकुर, युनूस अंसारी, शमीम अंसारी, गोविद यादव, हरि साव, राजू साव, रमेश साव के साथ मिलकर सहयोग कमेटी बना कर क्षेत्रवार कार्यभार सौंप दिया। झारखंडी एकता संघ के प्रवक्ता असगर ने बताया कि मदद मांगने पर कईयो ने मदद दी। इसके बूते फंसे मजदूरों को मोबाईल पर संपर्क कर उन्हें खाने पीने का समान लेने पास के दुकान जाने को कहा गया। मजदूरों के खरीदें समान का भुगतान डिजिटल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यहां फंसे मजदूर कहां के हैं किसी बिरादरी के हैं। इससे कोई मतलब नहीं हैं।