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ओपीडी सेवा बंद होने से बढ़ी मरीजों की परेशानी

हजारीबाग कोरोना को लेकर ा हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित जिला के सभी सरकारी अ

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Mar 2020 07:50 PM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2020 07:50 PM (IST)
ओपीडी सेवा बंद होने से बढ़ी मरीजों की परेशानी
ओपीडी सेवा बंद होने से बढ़ी मरीजों की परेशानी

हजारीबाग : कोरोना को लेकर ा हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित जिला के सभी सरकारी अस्पतालों में सामान्य ओपीडी सेवाएं एक सप्ताह से बंद हैं। ओपीडी सेवाओं के बंद हो जाने के कारण आई फ्लू कान दर्द, दांत दर्द एवं पेट दर्द सहित अन्य परेशानियों को लेकर मरीज बड़े पशोपेश की स्थिति में हैं। कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर डॉक्टरों ने अपना निजी क्लीनिक भी बंद कर रखा है। ऐसे में किसी व्यक्ति को कान दर्द या दांत दर्द होने की स्थिति में कोई ईएडटी या डेंटल डॉक्टर उपलब्ध नहीं हो पाता है, जिससे लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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आई फ्लू से त्रस्त हैं कई लोग

के ओकनी मोहल्ला निवासी कोल्हा गोप बताते हैं कि वह विगत कई दिनों से आंखों में दर्द से परेशान हैं लेकिन सरकारी अस्पताल सहित निजी क्लीनिक ओं में भी आंख के डॉक्टर के नहीं बैठने के कारण वे अपने आंख की जांच नहीं करवा पा रहे हैं। उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर हुए करें तो क्या करें और बिना डॉक्टर से परामर्श किए किसी भी प्रकार की दवा लेना भी उन्हें मुनासिब नहीं लगता है। वहीं दूसरी ओर शिवपुरी निवासी संतोष यादव ने बताया कि उन्हें दांत में दर्द की समस्या है लेकिन सदर अस्पताल सहित अन्य जगहों पर दांत के डॉक्टर मरीजों की जांच नहीं कर रहे हैं। इस कारण वह अपने दांत की जांच डॉक्टर से करा पाने में असमर्थ हैं। उन्हें अपने स्तर से ही दांत दर्द की दवा लेकर काम चलाना पड़ रहा है। यही कुछ हाल कोर्रा के रामकुमार कभी है। उन्हें कुछ दिनों से पेट में दर्द की शिकायत है लेकिन हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं जारी रहने के कारण वे अपने पेट की जांच डॉक्टर से करा पाने में असमर्थ हैं

शहर में है ढाई सौ से अधिक निजी क्लीनिक

जानकारी के मुताबिक हजारीबाग शहरी क्षेत्र में ढाई सौ से अधिक संख्या में डॉक्टरों का निजी क्लीनिक संचालित है लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के डर से विगत कुछ दिनों से अधिकांश निजी क्लीनिक बंद है नाम ना छापने की शर्त पर एक डॉक्टर ने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 संक्रमण का खतरा काफी बढ़ गया है वही हमारे पास संक्रमण से बचने के लिए आवश्यक पीपीई किट एवं अन्य संसाधन उपलब्ध नहीं है ऐसे में बिना किसी सुरक्षा व्यवस्था के मरीजों की जांच करना खतरे से खाली नहीं है अत: स्वयं को कोविड-19 के संक्रमण से बचाने के लिए कुछ दिनों के लिए क्लीनिक बंद करना ही बेहतर उपाय प्रतीत हुआ।


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