12 संबंध महाविद्यालयों के संबंधन में विलंब से परीक्षा विभाग की फूल रही सांस
हजारीबाग कुल 12 संबद्ध महाविद्यालयों को सरकार के स्तर से संबंधन मिलने की पीड़ा का दंश विभ
हजारीबाग: कुल 12 संबद्ध महाविद्यालयों को सरकार के स्तर से संबंधन मिलने की पीड़ा का दंश विभावि झेल रहा है, जबकि संबंधन समिति ने नव संबंधन व संबंधन दीर्घीकरण की अनुशंसा के साथ संचिका मानव संसाधान विभाग को सुपुर्द कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक विभावि की तमाम वैधानिक समितियों ने इसकी हरी झंडी दे रखी है। इसके बावजूद उच्च शिक्षा निदेशालय उसे अंतिम रूप देने में विलंब कर रहा है। नतीजतन निलंबित सत्र के नियमितीकरण की कवायद में व्यस्त विभावि की परीक्षाएं निरंतर जारी है, लेकिन स्नातक प्रथम समसत्र की परीक्षा की तमाम तैयारियों की पूर्णता के बावजूद परीक्षा कार्यक्रम के प्रकाशन में परीक्षा विभाग हिचकी ले रहा है। इस मार्ग की बड़ी बाधा आसन्न लोकसभा चुनाव है, जिसकी तिथियों की घोषणा के साथ आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी और तमाम परीक्षाएं केंद्र सरकार गठन यानी मई के बाद ही आयोजित हो सकेगी और सत्र नियमित नहीं हो सकेगा। मालूम हो कि विभावि में स्नातक स्तर पर विगत तीन सत्रों से स्नातक स्तर पर समसत्र प्रणाली लागू है, जिसमें प्रति छह माह में दो आंतरिक व एक बाह्य परीक्षा होती है। इस संबंध में परीक्षा नियंत्रक डॉ. वीरेंद्र कुमार गुप्ता ने कुरेदने पर संकेत दिया कि मानव संसाधन से संबंधन पत्र निर्गत होते ही परीक्षाएं प्रारंभ कर दी जाएंगी। विदित हो कि मां भद्रकाली कॉलेज के विज्ञान की संबंधन लंबित है, जबकि कॉमर्स कॉलेज, झुमरी तिलैया व सिमरिया डिग्री कॉलेज आदि कॉलेज इसी श्रेणी में हैं। लगभग 15 हजार विद्यार्थी प्रथम समसत्र में नामांकित बताए जाते हैं।
दो कॉलेजों को कार्यशाला में शिरकत का पत्र जारी
नैक कार्यशाला का आयोजन रांची स्थित नेपाल हाउस में 27 फरवरी को 11 बजे पूर्वाह्न सरकार ने रखा है। उक्त कार्यशाला में वैसे महाविद्यालयों का शिरकत अनिवार्य है, जो अभी तक नैक मूल्यांकन से वंचित हैं। विभावि ने उक्त महाविद्यालयों को नैक कार्यशाला में अनिवार्य रूप से शरीक होने का पत्र शनिवार को जारी किया है।
छठे समसत्र की परीक्षा अंतिम मई से --विभावि स्नातक छठे समसत्र की परीक्षा मई माह के अंतिम सप्ताह से प्रारंभ की जाएगी। यह जानकारी परीक्षा नियंत्रक डॉ. वीरेंद्र कुमार गुप्ता ने शनिवार को दी।
संबद्ध महाविद्यालयों को मिल सकता है घाटनुदान : विभावि के कथाली संबंधन प्राप्त महाविद्यालयों के शिक्षक-शिक्षकेत्तरों के लिए एक अच्छी खबर है। राज्य सरकार ने विभावि को पत्र निर्गत किया है, इसमें कहा गया है कि संबद्ध महाविद्यालयों के शिक्षक-शिक्षकेतरों के वेतन भुगतान के व्यय भार का लेखा-जोखा सरकार को प्रेषित किया जाएगा। इस संबंध में कुलसचिव डॉ. बंशीधर प्रसाद रूखैयार ने शनिवार को बताया कि पत्र को अनुलग्नक रूप में सभी स्थायी संबंधन प्राप्त महाविद्यालयों को भेजा जा रहा है, ताकि वे वास्तविक वेतन व भावी सातवें वेतनमान की अंतर राशि को स्पष्ट करते हुए विभावि को भेज सकें। मालूम हो कि अन्नदा महाविद्यालय, पीटीपीएस कॉलेज, जेएम कॉलेज, भुरकुंडा, जुबिली कॉलेज व सीएन कॉलेज रामगढ़ स्थायी संबंधन प्राप्त कॉलेज हैं।