अकादमिक स्टाफ कॉलेज की स्थापना का प्रस्ताव पारित
हजारीबाग : विभावि अभिषद की 151 वीं बैठक शनिवार को कुलपति डॉ. रमेश शरण की अध्यक्षता मे
हजारीबाग : विभावि अभिषद की 151 वीं बैठक शनिवार को कुलपति डॉ. रमेश शरण की अध्यक्षता में आयोजित की गयी। इसमें कुल 12 मुद्दों पर सकारात्मक फैसले लिए गए। सदस्य डॉ. चंद्रशेखर ¨सह के प्रस्ताव पर तय हुआ कि विभावि के लिए 100 एकड़ का अतिरिक्त भूखंड चिह्नित करते हुए जिला प्रशासन से उसकी मांग सुनिश्चित की जाय। उन्हीं के प्रस्ताव पर यह भी तय हुआ कि विभावि में अकादमिक स्टाफ कॉलेज तथा शिक्षकेत्तर प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की जाय। इसके लिए भी प्रस्ताव सरकार के स्तर पर भेजने पर सहमति बनी। यह भी तय हुआ कि शिक्षक को पूरे सेवा काल के लिए 300 दिन का अर्जित अवकाश दिया जाय। इसका भी प्रस्ताव सरकार को भेजने पर सहमति बनी। सदस्य विनोद कुमार एक्का के प्रस्ताव पर तय हुआ कि सप्ताह भर में संबद्ध महाविद्यालयों के शासी निकाय के लिए दावदाता सदस्यों की सूची तैयार की जायेगी। सदस्य अमरदीप यादव ने सीएनडी की छात्राओं के प्रशिक्षण मामले को उठाया, जिस पर तय हुआ कि सीएमसी, वेलौर के समान फर्जी स्वीकृति पत्र बनाने वाले के खिलाफ विभावि प्राथमिकी दर्ज करेगा। शिक्षकों के परीक्षा पारिश्रमिक में वृद्धि के लिए गठित समिति का प्रतिवेदन वित्त समिति की बैठक में उपस्थापित करने पर सहमति बनी।
सातवें वेतनमान के भुगतान के लिए आवश्यक कार्रवाई शुरू करने पर भी सहमति बनी। मालूम हो कि अभिषद के कुल 18 सदस्य हैं, जिनमें चार पदेन हैं। इसमें से लगभग पांच सदस्यों के प्रस्तावों पर ही फैसले लिए गए। सदस्य रणजीत कुमार राय ने दूरस्थ शिक्षा का प्रस्ताव दिया था, जिसे स्वीकार नहीं किया गया। बैठक में प्रतिकुलपति डॉ. कुनुल कंदीर, डीएसडब्ल्यू डॉ. बालेश्वर प्रसाद ¨सह व कुलसचिव डॉ. बंशीधर प्रसाद रूखैयार, मार्खम कालेज के प्राचार्य डॉ. मिथिलेश कुमार ¨सह, विभागाध्यक्ष डॉ. शुभा श्रीवास्तव, अमरदीप यादव, रणजीत कुमार राय, डॉ. चंद्रशेखर ¨सह व विनोद कुमार एक्का आदि मौजूद थे।
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चापाकल या कुएं के पानी की क्षमता जांच की दी तकनीक
विभावि स्नातकोत्तर भूगर्भ विज्ञान विभाग ने आर्यीाट सभागार में शनिवार को व्याख्यान का आयोजन किया। इसमें केंद्रीय जल परिषद के वैज्ञानिक टीबीएन ¨सह ने पं¨पग टेस्ट डाटा एनालिसिस की विवेचना करते हुए चापाकल या कुएं के पानी की क्षमता की जांच भी तकनीक बतलाई। उन्होंने जलवाही स्तर पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। इस मौके पर कुलपति डॉ. रमेश शरण ने मुख्य वक्ता श्री ¨सह को स्मृति पदक प्रदान किया। उन्होंने भूजल संरक्षण व संचयन पर भी प्रकाश डाला। कार्यक्रम को विभागाध्यक्ष डॉ. विपिन कुमार डॉ. हरेश्वर नारायण सिन्हा, डॉ. बीए कुमार, वैशाली व यशोंदानंद सहित कई विद्यार्थियों ने अपनी मौजूदगी से सफल बनाया।