सदर अस्पताल के आउटसोर्सिंग के टेंडर का विवाद बढ़ा
हजारीबाग : सदर अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों, पारामेडिकल कर्मियों सहित अन्य कर्मियों के लिए ि
हजारीबाग : सदर अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों, पारामेडिकल कर्मियों सहित अन्य कर्मियों के लिए निकाली गई आउटसोर्सिंग कार्य की निविदा का विवाद बढ़ता ही जा रहा है। अब यह मामला जिला स्तर से बढ़कर सरकार के समक्ष पहुंच चुका है। निविदा प्रक्रिया को लेकर दूसरी कंपनी फ्रंटलाइन सिक्योरिटी ने भी इसकी शिकायत प्रधान सचिव से की है। इससे इस संबंध में प्रधान सचिव को दिए गए आवेदन में फ्रंटलाइन सिक्योरिटी ने आरोप लगाया है कि नियमों को ताक पर रखकर एल वन व एल टू की जगह पर दूसरों को निविदा दे दी गई है। इसे लेकर प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने सिविल सर्जन डा. ललिता वर्मा को पत्र भेजकर मामले की जांच कर प्रतिवेदन सौंपने का निर्देश दिया है। ज्ञात हो कि इससे पूर्व अन्नपूर्णा यूटिलिटी सर्विस प्रोवाइडर ने निविदा प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए इसकी जांच करने के लिए सदर एसडीएम मेघा भारद्वाज को शिकायत की।
जानकारी के अनुसार ई- निविदा टेक्निकल व फाइनेंसियल दो भागों में मांगी गई थी। पहले टेक्निकल बिड की जांच करने के बाद फाइनेंसियल बिड के लिए चार कंपनियां चयनित की गई। जिसमें भुवनेश्वर की क्लीन एंड क्लीन , रांची की फ्रंटलाइन सिक्योरिटी, अन्नपूर्णा यूटीलिटी सर्विस प्रोवाइडर व शिवा प्रोटेक्शन फोर्स सर्विस प्रोवाडर का चयन किया गया था। इसके बाद तैयार किए गए लोएस्ट कंपनियों की लिस्ट में क्लीन एंड क्लीन को एल वन, फ्रंटलाइल सिक्योरिटी को एल टू, अन्नपूर्णा यूटिलिटी सर्विस प्रोवाइडर को एल थ्री व शिवा प्रोटेक्शन फोर्स सर्विस प्रोवाईडर को एल फोर दिया गया। यह सूची सिक्योरिटी गार्ड की बेसिक पारिश्रमिक को लेकर तैयार की गई थी। लेकिन सिक्योरिटी गार्ड के बेसिक पारिश्रमिक को लेकर राज्य सरकार के श्रम नियोजन विभाग के निर्देशों की अवहेलना की गई थी। इसे लेकर शिवा प्रोटेक्शन फोर्स सविर्सि प्रोवाइडर के द्वारा सदर एसडीएम को की गई शिकायत के आधार पर पहले तो क्लीन एंड क्लीन की निविदा को निरस्त कर दिया गया, फिर एल टू व एल थी्र को कार्य आवंटन करने की जगह एल फोर पर रहे शिवा प्रोक्टेशन फोर्स को कार्य अवांटन करने का आदेश सदर एसडीएम ने दिया। इसकी शिकायत एल थ्री पर रहनेवाली अन्नपूर्णा यूटिलिटी ने सदर एसडीएम से की। अब शिवा प्रोटेक्शन फोर्स के एल वन की हैसियत से कार्य आवंटन को लेकर फ्रंटलाइन सिक्योरिटी ने इसकी शिकायत विभाग के प्रधान सचिव से की है।