छतीसगढ़ भेजे गए मजदूर, ठेकेदार पर मजदूरों का आठ लाख बकाया
हजारीबाग : बड़कागांव के बादम स्थित ईंट भट्ठे से रेस्क्यू कर लाए गए आठ बच्चों समेत 46 मजदूरों
हजारीबाग : बड़कागांव के बादम स्थित ईंट भट्ठे से रेस्क्यू कर लाए गए आठ बच्चों समेत 46 मजदूरों को शनिवार संध्या छतीसगढ़ भेज दिया गया। उन्हें सरकारी सेवा पर रांची तक बस से और इसके आगे की यात्रा वे ट्रेन से करेंगे। यात्रा के दौरान खाने-पीने के लिए प्रति व्यक्ति पांच सौ रुपये भी एसडीएम के निर्देश पर श्रम विभाग की ओर से उपलब्ध कराया गया। मुक्त कराए गए मजदूरों के अनुसार ठेकेदार के पास उनके करीब आठ लाख रुपये बकाया है। प्रति माह एक मजदूर को आठ हजार रुपए देने की बात कहीं गई थी। इस दौरान उन्हें खाने पीने के लिए तीन हजार रुपये दिए गए इस तरह एक मजदूर के चार माह में 20 हजार रुपए बनते हैं।
बाल श्रम सहित तीन प्राथमिकी ठेकेदार पर दर्ज होगी
मजदूरों को बंधक बनाकर कार्य लेने के मामले में फरार चल रहे बादम के अजहर इमाम के ऊपर बाल मजदूरों से काम लेने, बंधक बनाने सहित कई अन्य धाराओं में तीन अलग अलग प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। चाइल्ड लाइन के पदाधिकारियों ने भी बच्चों का फर्द बयान दर्ज किया है। मजदूरों का बयान श्रम विभाग के इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार मजदूरों को कार्य के दौरान किसी प्रकार और सुरक्षा उपकरण भी नहीं उपलब्ध कराए गए थे। एसडीएम से मजदूर सीधा कर रहे थे संवाद
एसडीएम मेघा भारद्वाज पर रेस्क्यू कर लाए गए मजदूर सीधे एसडीएम के संपर्क में थे। पूरे दिन एसडीएम खुद उनका हालचाल लेती रहीं। बकायदा पुलिस के जवान उपलब्ध कराकर उन्हें सुरक्षा भी उपलब्ध कराया गया। संध्या करीब चार बजे मजदूरों को रांची के लिए रवाना किया गया। ज्ञात हो कि मजदूरों ने अपने परिजनों को बंधक बनाने की सूचना फोन से दी थी। इसके बाद परिजनों ने हजारीबाग में एसडीएम से संपर्क कर मजदूरों को बंधक होने की बात कही। इसके बाद एसडीएम ने टीम गठित कर सभी मजदूरों को रेस्क्यू कर ईंट भट्ठा से छुड़ाया।