Move to Jagran APP

प्रखंड के पारा शिक्षकों के हड़ताल पर जाने से शिक्षण कार्य चरमराया

चौपारण: झारखंड राज्य स्थापना दिवस में पहुंचे पारा शिक्षकों पर सरकार द्वारा बर्बरता, लाठी

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 07:14 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 07:14 PM (IST)
प्रखंड के पारा शिक्षकों के हड़ताल पर जाने से शिक्षण कार्य चरमराया

चौपारण: झारखंड राज्य स्थापना दिवस में पहुंचे पारा शिक्षकों पर सरकार द्वारा बर्बरता, लाठी चार्ज तथा पकड़कर पुलिस द्वारा पिटाई के विरोध में एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा सरकार के विरोध में शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। सरकार की नीति के विरोध में प्रखंड के सभी सीआरसी में बैठक की गई। बसरिया सीआरसी में सुधीर कौशल की अध्यक्षता में बैठक हुई। मौके पर सुधीर कौशल ने कहा कि पारा शिक्षक पिछले 18 वर्ष से अधिकार की लड़ाई लड़ रहे है। सरकार के झूठे आश्वासन से तंग होकर स्थापना दिवस कार्यक्रम में विरोध बुलंद करने पहुंचे। सरकार उच्च स्तरीय कमेटी बनाने के नाम पर 8 महीने से पारा शिक्षकों को ठग रहे थे। विरोध में सरकार को काला झंडा दिखाने पर बर्बरता पूर्ण करवाई की जाएगी। प्रखंड के दो पारा शिक्षक विरोध करते पकड़ाए

loksabha election banner

पारा शिक्षक संघ के अध्यक्ष रामावतार प्रजापति ने बताया कि संघ सरकार की दमन नीति का विरोध करती है। अधिकार मांगने पर उमवि बेन्दुवारा के गणेश साव और उमवि मानगढ़ के बच्चु राणा को पकड़ा गया। यदि पारा शिक्षकों को नही छोड़ा गया तो संघ राज्यपाल भवन के सामने सरकार, प्रशासन के विरोध में धरना देंगे।

प्रखंड में प्रभावित होगी शिक्षा व्यवस्था

सरकार की दमन नीति के विरोध में 367 पारा शिक्षक शुक्रवार को स्कूल अवधि के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। अध्यक्ष प्रजापति ने बताया कि हड़ताल की सूचना पारा शिक्षक ग्राम शिक्षा समिति को लिखित आवेदन दे दिया है। अध्यक्ष प्रजापति ने बताया कि 172 स्कूलों में से हड़ताल के बाद करीब 65 स्कूलों में ताले लटक जाएंगे। अन्य स्कूलों में भी पारा शिक्षकों की कमी के बाद शिक्षण कार्य प्रभावित होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.