स्थायीकरण की मांग को लेकर सफाईकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर
हजारीबाग : नगर निगम के द्वारा सफाईकर्मियों का शोषण किए जाने को लेकर सफाईकर्मी मंगलवार से अनिश्चितकाल
हजारीबाग : नगर निगम के द्वारा सफाईकर्मियों का शोषण किए जाने को लेकर सफाईकर्मी मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। इस दौरान राष्ट्रीय सफाई मजदूर संघ के बैनर तले नगर निगम यूनियन अध्यक्ष हरदयाल राम की अध्यक्षता में समाहरणालय के समक्ष धरना स्थल पर सफाईकर्मियों ने विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन भी किया। धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक कुमार वाल्मिकी ने कहा कि ठेका के माध्यम से सफाई का कार्य नहीं कराया जाए। निगम के द्वारा आउटसोर्सिंग के माध्यम से सफाईकर्मियों की सेवा लेने पर गरीब मजदूरों की जेब से 18 प्रतिशत जीएसटी लगेगा, जो कहीं से भी उचित नहीं जान पड़ता है। वहीं मांगों में विगत दस से पंद्रह वर्षों से निगम में सफाई का कार्य कर रहे कर्मियों की सेवा स्थायी करने की मांग की। धरना को संबोधित करते हुए नगर निगम यूनियन अध्यक्ष हरदयाल राम ने मांग की कि निगम के स्थाई कर्मियों का सातवां वेतन लागू करते हुए भारत सरकार के गजट के अनुसार सफाईकर्मियों की न्यूनतम मजूदरी 24,000 रुपये प्रतिमाह किया जाए। साथ ही सफाईकर्मियों के बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करने की भी मांग की गई। साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं को लागू करने के साथ सभी सफाईकर्मियों को सेफ्टी किट भी उपलब्ध कराने की मांग की सफाईकर्मियों के धरना व हड़ताल कार्यक्रम को बिजली मिस्त्री, चापाकल मिस्त्री, कंप्यूटर ऑपरेटर सहित अन्य चतुर्थवर्गीय कर्मियों का भी समर्थन प्राप्त था। धरना कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सफाईकर्मी शामिल थे।
नहीं हुई शहर की सफाई
नगर निगम के सफाईकर्मियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण मंगलवार को शहर की सफाई नहीं हो पायी। इस कारण शहर के विभिन्न वार्डों में जगह -जगह पर गंदगी बिखरी नजर आई। वहीं आम लोग निगम प्रशासन को कोस रहे थे कि वह सिर्फ टैक्स बढाने पर ध्यान देता है, बाकी के मामलों में नहीं। एक तो पहले से ही सफाई को लेकर समस्या थी, अब तो भगवान ही मालिक है।