मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती
मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती है, जिसने भी संघर्ष और परिश्रम किया, उसने सफलता प्राप्त कीै। प
मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती है, जिसने भी संघर्ष और परिश्रम किया, उसने सफलता प्राप्त कीै। परिश्रम संघर्ष का जज्बा व्यक्ति को सबसे आगे की लाईन में खड़ा कर देता है।
कई बार ऐसा देखा गया है कि पहले प्रयास में पीछे रह गए लोगों ने ही अपने बाद के प्रयासों में ऐसी सफलता पायी है कि पूरी दुनिया उन्हें सलाम करती है। ऐसे कई रोचक, प्रसंग, कहानियां और जानकारियां हमें किताब, स्कूल और मित्र और अभिभावकों से मिलती है। आज जरुरत है इन्हीं सब कहानियां, जीवनी और महापुरुषों के प्रेरक प्रसंग को आत्मसात करने की। जिसके माध्यम से उन्होंने ज्ञान और व्यक्ति के अनुभव के माध्यम से दुनिया को बदल दिया। जैसे खेलों में हारजीत का होना स्वाभाविक है ठीक उसी प्रकार आपके बीच से उपर के सर्वाधिक अंक लाने वालों का चयन भी मेघा निर्धारण के लिए किया जाता है। हालांकि यह प्रतिभा का पैमाना नहीं है। आपकी प्रतिभा लगनशीलता और स्पद्र्धा में आगे रहने की जीवटता आपके व्यक्तिव में समाहित होतरी है। ऐसे लोगों के लिए नंबर महत्वपूर्ण नहीं होते। स्वामी विवेकानंद ने भी अपने संदेश उठो, जागो और लक्ष्य की प्राप्ति होने तक रुको मत के माध्यम से लोगों में भाव जगाने का प्रयास किया है। हर एक विद्यार्थी की पढ़ाई का तरीका और विषयों को ग्रहण करने की क्षमता अलग-अलग होती है। पहले की अपेक्षा प्रतियोगिता की भावना, संचार के माध्यम शिक्षा के मानकों में काफी बदलाव आया है। हालात ऐसे हैं कि बच्चे की नैसर्गिक प्रतिभा उसके स्वयं के आत्मविश्वास व लगन को दरकिनार कर अभिभावक, शिक्षक और पूर्व विद्यार्थी स्वयं भी ट्यूशन को¨चग का पैटर्न अपना लेते हैं, जो उसके लिए हानिकारक होता है। बच्चा अपनी नैसर्गिक प्रतिभा को छोड़कर बिखर जाता है। स्वयं मैंने एक स्कूल को गोद लिया है। जिले के 118 विद्यालयों को किसी न किसी अधिकारी ने अपनाया है, जो आज समाज के उन विद्यार्थियों का मार्गदर्शन कर रहे है। ऐसे में यह हमारा दायित्व बनता है कि हम लक्ष्य की ओर आगे बढ़े, लक्ष्य तय करे। देश का सबसे प्रतिष्ठित नौकरी आईएएस, आईपीएस परीक्षाओं में भी अंक की महता नहीं होती। वहां भी लक्ष्य महत्वपूर्ण होता है।
-रविशंकर शुक्ला, उपायुक्त, हजारीबाग